विश्व पर्यटन दिवस विशेष: सीहोर का ‘खारी गांव’ बना होम स्टे का नया सितारा, विदेशी पर्यटकों को भा रही सादगी

सीहोर। जब दुनिया विश्व पर्यटन दिवस (27 सितंबर) मना रही है, तब भारत के हृदयस्थल मध्य प्रदेश का एक छोटा गांव ‘सीहोर जिले का खारी गांव’ अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर अपनी जगह बना रहा है। बड़े होटलों की चकाचौंध से दूर खारी गांव का होम स्टे पर्यटन अब देश-विदेश के पर्यटकों के लिए नया आकर्षण बन चुका है। यह नया प्रयोग जो मध्यप्रदेश पर्यटन की होम स्टे योजना का हिस्सा है, पर्यटकों को किसी होटल के बजाय स्थानीय परिवारों के घर में ठहरने का मौका देता है।
जीवंत लोक संस्कृति, सादगी भरा मजा
खारी गांव आज ग्रामीण होम स्टे पर्यटन का एक उत्कृष्ट उदाहरण बन चुका है। यहां आने वाले पर्यटक ग्रामीण जीवन, खेत खलिहान, पारंपरिक खानपान और लोक संस्कृति का सीधा अनुभव कर रहे हैं। पर्यटकों का कहना है कि खारी गांव की सादगी, आत्मीयता और प्राकृतिक सौंदर्य उन्हें बेहद भाया है।
पारंपरिक स्वागत
यहां आने वाले देशी-विदेशी मेहमानों का गांव की महिलाएं दाल-बाटी, मिठाई और पारंपरिक व्यंजन परोसकर पर्यटकों का स्वागत करती हैं। जबकि गांव के युवा गाइड बनकर खेती किसानी की जानकारी और लोकगीतों का अनुभव कराते हैं, जिससे पर्यटकों को स्थानीय लोककला और परंपराओं से प्रत्यक्ष परिचय मिलता है।
मुख्यमंत्री कर चुके सम्मानित
होम स्टे पर्यटन ने खारी गांव में स्थानीय रोजगार को बढ़ावा दिया है और कई परिवारों को आय का नया स्रोत मिला है। यह मॉडल न केवल पर्यावरण के अनुकूल है, बल्कि महिलाएं एवं युवा आर्थिक रूप से सशक्त हो रहे हैं। इस असाधारण सफलता को देखते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 18 जून 2025 को भोपाल में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में खारी होम स्टे को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित भी किया है।