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दशाश्वमेध घाट पर ममता बनर्जी जमकर हुआ विरोध, दिखाए काले झंडे

वाराणसी। यूपी चुनाव के बीच वाराणसी पहुंची ममता बनर्जी का दशाश्वमेध घाट पर विरोध हुआ। इस दौरान नारेबाजी से नाराज़ होकर ममता बनर्जी घाट की सीढ़ियों पर बैठ गई। ममता बनर्जी के पहुंचने के दौरान वहां जमकर मोदी-मोदी के नारे लगे। इससे पहले ममता बनर्जी को वहां काले झंडे भी दिखाए गए।

 

आपको बता दें काशी सहित 54 सीटों पर 7 मार्च को सातवें चरण में वोटिंग होगी। सपा के वाराणसी जिला प्रमुख संजय मिश्रा ने बताया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री 2 मार्च (बुधवार) की शाम वाराणसी पहुंचेंगी। अगले दिन वह सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव केस साथ एरही गांव में जनसभा को संबोधित करेंगी। मिश्रा ने बताया कि इस रैली में सपा गठबंधन के साथी राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख जयंत चौधरी, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के ओम प्रकाश राजभर और अपना दल की कृष्णा पटेल की भी मंच पर मौजूदगी होगी।

इस चुनाव में ऐसा पहली बार होगा जब सपा गठबंधन के सभी साथी एक ही रैली में एक साथ मंच पर मौजूद होंगे। माना जा रहा है कि इस चुनाव में यह विपक्ष की सबसे बड़ी रैली होगी और छठे चरण की वोटिंग के बीच शक्ति प्रदर्शन के रूप में पेश किया जाएगा। इससे पहले 8 फरवरी को ममता बनर्जी ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। तब ममता बनर्जी ने बीजेपी को हराने और सपा गठबंधन को जितवाने की अपील की थी।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश चुनाव में ऐसे समय पर शिरकत की है जब टीएमसी का कांग्रेस के साथ तनाव बढ़ रहा है और 2024 लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर वह भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों को एकजुट करने में जुटी हैं। सपा पदाधिकारियों ने बताया कि 3 मार्च को ममता बनर्जी एक रोड शो भी करेंगी। वाराणसी आने के बाद वह शाम को दशाश्वमेघ घाट पर गंगा आरती में शामिल होंगी और फिर काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए मंदिर पहुंचेंगी।

रालोद के प्रवक्ता अनिल दुबे ने 3 मार्च की रैली में चौधरी के शामिल होने की पुष्टि की। सुभासपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता पीयूष मिश्रा ने कहा कि बेशक ओम प्रकाश राजभर जी वहां होंगे। योगी सरकार में मंत्री रहे और सपा के फाजिलनगर से प्रत्याशी स्वामी प्रसाद मौर्य भी शामिल हो सकते हैं।

काशी से आने वाले बीजेपी के प्रवक्ता अशोक पांडेय ने कहा कि टीएमसी का यूपी में कोई आधार नहीं है। इसलिए टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की वाराणसी में रैली से पूर्वांचल के चुनाव पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। ममता बनर्जी और अखिलेश यादव की रैली क्षेत्र में कोई राजनीतिक समीकरण नहीं बदलने जा रही है।

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