राजनीतिक

पंचायत-निकाय में दबदबा बनाने की कोशिश, भाजपा-कांग्रेस सिंगल नाम तय करने की कवायद में जुटी

भोपाल
स्थानीय निकाय चुनाव के लिए नामांकन दाखिले की तारीख तय होने के बाद कांग्रेस और भाजपा में  मंथन का दौर शुरू हो गया है। पंचायतों में भाजपा पूरी तरह से कब्जा करने के लिए जिला प्रबंध समिति को ताकीद कर चुकी है कि अगर किसी वार्ड में पार्टी के मजबूत दो या अधिक प्रत्याशी खड़े हों तो समझाइश देकर एक को ही चुनाव लड़ाया जाए। इसके बाद पार्टी नगरीय निकाय पर फोकस करेगी। उधर, कांग्रेस का मुख्य फोकस नगरीय निकाय चुनाव है पर और 9 जून को इसको लेकर प्रदेश स्तर पर बैठक होगी।

भाजपा पंचायत चुनावों में पार्टी समर्थित नेताओं को सरपंच, जिला पंचायत और जनपद पंचायत सदस्य बनाने पर पूरी ताकत से जुटी है। इसके लिए नामांकन दाखिल करने की स्थिति सामने आते ही जिलों में पार्टी की जिला प्रबंध समिति के पदाधिकारी इस प्रयास में जुटे हैं कि एक वार्ड से एक ही भाजपा समर्थित उम्मीदवार चुनाव लड़े।

संगठन ने निर्देश दिए हैं कि अगर किसी वार्ड से दो या अधिक मजबूत दावेदार सामने आ गए हैं तो समझाईश देकर एक दावेदार का पर्चा वापस कराना है ताकि जनपदों और जिला पंचायतों में भाजपा का दबदबा कायम रहे। पंचायत चुनाव के लिए नामांकन दाखिले की आखिरी तारीख 6 जून है। तीन चरणों में होने वाले चुनाव के लिए चार जून तक भरे गए नामांकन में जिला पंचायत सदस्य के लिए 1879, जनपद पंचायत सदस्य के लिए 7198, सरपंच के लिए 38251 और पंच पद के लिए 34266 नाम निर्देशन-पत्र प्रस्तुत किए गए हैं।

महापौर, पार्षद के लिए तेज हुई दावेदारी, पैनल के लिए दस जून तक टाइम
दूसरी ओर महापौर और नगर निगम, नगरपालिका और नगर परिषद के वार्ड पार्षदों के लिए होने वाले टिकट चयन की कवायद भी जिलों में तेज हो गई है। कई जिलों में पार्टी के नेता जिला प्रबंध समिति के पदाधिकारियों और जिला अध्यक्षों को बायोडाटा देने लगे हैं। हालांकि संगठन की प्राथमिकता के चलते अगले तीन दिन बाद ही जिलों में नगरीय क्षेत्रों को लेकर बैठकों में पैनल तय किए जाएंगे। सूत्रों के अनुसार संगठन ने कहा है कि दस जून तक नगरीय निकायों के लिए भी पार्षद और मेयर पद के दावेदारों की सूची तैयार करने का काम पूरा करें। इसके साथ ही संगठन द्वारा जिला प्रभारियों और अन्य पदाधिकारियों के जरिये भी महत्वपूर्ण मानी जा रही नगरपालिकाओं और नगर निगमों के दावेदारों का सर्वे कराने और सूची मंगाने का काम किया जा रहा है।

तो वापस कराएंगे नामांकन
भाजपा की जिलों के संगठन की टीम वार्डवार प्रत्याशियों की जानकारी लेकर उन नेताओं के नामांकन वापस दिलाने का काम कर रही है जिनके यहां दो या अधिक दावेदार मजबूत हैं।  चूंकि तीन चरण में होने वाले चुनाव के लिए नामांकन एक साथ हो रहे हैं, इसलिए पार्टी को इसके लिए जिला प्रबंध समिति की बैठक के माध्यम से अंतिम निर्णय लेने के लिए कहा गया है ताकि जिसका नामांकन वापस कराया जाए वह सबकी सहमति से मान्य किया जाए।

प्रदेश संगठन ने दिए हैं निर्देश
सूत्रों का कहना है कि इसी के चलते कई जिलों में छह, सात और आठ जून तक जिला प्रबंध समितियों की बैठक करने के निर्देश जिला अध्यक्षों को प्रदेश संगठन ने दिए हैं। खुद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा भी कह चुके हैं कि गैर दलीय स्थिति में होने वाले इन चुनावों में पार्टी समर्थित नेताओं को जिताने के लिए संगठन पूरी ताकत से काम कर रहा है।

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