
रेहटी. रमघड़ा स्थित पवित्र रूद्रधाम पर नव कुंडात्मक श्रीशिव-शक्ति महायज्ञ चल रहा है। सात दिवसीय महायज्ञ के चौथे दिन रामेश्वर एवं नागेश्वर ज्योर्तिलिंग बनाए गए और इनका विधि-विधान से पूजन व अभिषेक किया गया। सात दिवसीय महोत्सव के दौरान द्वादश ज्योर्तिलिंग बनाए जाएंगे। शिवरात्रि महापर्व पर उज्जैन केे महाकालेश्वर ज्योर्तिंलिंग बनाए जाएंगे और उनका पूजन एवं अभिषेक किया जाएगा। पहले दिन यहां पर सोमनाथ, दूसरे दिन मल्किार्जुन, तीसरे दिन वैद्यनाथ-भीमाशंकर ज्योर्तिलिंग बनाए गए थे। महायज्ञ में बड़ी संख्या में श्रद्धालु-भक्त पहंुचकर दर्शन लाभ ले रहे हैं। इस दौरान भंडारे का आयोजन भी किया जा रहा है।
रूद्रधाम में 22वां शिवशक्ति महायज्ञ चल रहा है। महायज्ञ को लेकर 1008 श्री बजरंगगिरी जी महाराज ने बताया कि यहां पर महायज्ञ की शुरूआत वर्ष 2000 में की गई थी, तब से लेकर अब तक लगातार इसका आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि महायज्ञ का आयोजन प्रदेश एवं क्षेत्र के विकास के साथ ही प्राकृतिक आपदाओं से लोगों को बचाने के लिए किया जाता है। ये बेहद जरूरी भी है, इससे जहां पर्यावरण शुद्ध होता है तोे वहीं यह हमारे तन-मन को भी पवित्र करता है। उन्होंने बताया कि महायज्ञ का आयोजन 1008 श्री परमानंद परमहंस जी महाराज के संरक्षण एवं मार्गदर्शन में किया जा रहा है।
सवा 11 लाख पार्थिव लिंगों का हो रहा निर्माण-
महायज्ञ में सवा लाख पार्थिव लिंगों का निर्माण किया जा रहा है। 7 दिनों में 11 लाख पार्थिव लिंग बनाए जाएंगे। महायज्ञ में पंडित जीवनलाल शास्त्री द्वारा प्रतिदिन पार्थिव लिंगों का पूजन एवं अभिषेक कराया जा रहा है। इस दौरान रूद्रष्टायी पाठ भी हो रहा है। महायज्ञ के दौरान विभिन्न ब्राम्हणों द्वारा शिव पुराण, श्रीमद्भागवत गीता, नर्मदा पुराण सहित अन्य पुराणों का वाचन किया जा रहा है। यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का आयोजन भी किया जा रहा है। इसमें आसपास के क्षेत्र के भक्त यहां पर दिन-रात सेवा दे रहे हैं। हर दिन महिलाओं द्वारा रात को भजन-कीर्तन भी किया जा रहा है।



