सुमित शर्मा, सीहोर।
कौन कहता है कि आसमां में सुराख नहीं होता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारो… इस कहावत को चरितार्थ करकेे दिखाया है महिलाओें के समूह ने, जिन्होंने पहले लड्डू बनाना शुरू किया, लेकिन उनकी इस पहल पर कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर की नजर पड़ी औैर उसकेे बाद ये पहल महिलाओं के लिए लाखों रूपए की कमाई का जरिया भी बन गई। दरअसल अब महिलाओं के समूह द्वारा बनाए जा रहे लड्डू सलकनपुर प्रसादम् के जरिए लाखों लोगों के घरों तक में प्रसाद के रूप मेें पहुंच रहे हैं। इसकेे जरिए महिलाएं लाखोें रूपए प्रतिमाह की कमाई भी कर रही हैं।
ग्राम संगठन सलकनपुर एवं उन्नति सीएलएफ बुदनी की महिलाओं द्वारा स्व-सहायता समूह चलाया जा रहा है। यह समूह आजीविका मिशन के तहत बनाया गया है और इसमें करीब 15 महिलाएं काम कर रही हैं। महिलाओं का यह समूह शुद्ध घी के बेसन के लड्डू बनाता है। उनके लड्डू इतने स्वादिष्ट हैं कि अब ये सलकनपुर प्रसादम् लड्डू के रूप में विख्यात हैं। वर्तमान में ये लड्डू बुदनी में बनाए जा रहे हैं, लेकिन जल्द ही इनके लिए मालीबायां में स्थान तैयार कराया जा रहा है। सगोनिया पंचायत केे भवन में अब इन लड्डुओं को तैयार किया जाएगा। महिलाओं के स्व-सहायता समूह को लीड कर रही सोनू दायमा कहती हैं कि हमारेे समूह में 15 महिलाएं हैं। महिलाओें द्वारा ये लड्डू तैयार किए जातेे हैैं औैर सलकनपुर में प्रसाद के रूप में इन्हें दिया जाता है। नवरात्रि के दौरान 9 दिनों में करीब 10 लाख रूपए केे लड्डूू बेचे गए थे। पिछले 5 माह में 20 से अधिक का कारोबार इन महिलाओें के समूह द्वारा किया गया हैै, जिसमें से 25 प्रतिशत तक इनका मुनाफा हो जाता है।
सराहा जा रहा है नवाचार-
कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर के मार्गदर्शन में शुरू किए गए इस कार्य की जमकर सराहना हो रही है। दरअसल महिलाओें कोे आत्मनिर्भर बनाने के लिए हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। इसके तहत गांवों में भी कई स्व-सहायता समूहों द्वारा विभिन्न कार्य किए जा रहे हैं। ग्राम संगठन सलकनपुर एवं उन्नति सीएलफ बुदनी द्वारा शुरू किए गए इस कार्य की भी खूब तारीफें हो रही हैं। मुख्यमंत्री भी इस पहल की सराहना कर चुके हैं। महिलाओं द्वारा तैयार किए जा रहे लड्डू 400 रूपए किलो के हिसाब से बिकतेे हैं। 100 ग्राम, 250 ग्राम, 500 ग्राम एवं एक किलो की पैकिंग में इन्हें पैक किया जा रहा है। इसके लिए सलकनपुर में एक प्रसाद काउंटर भी खोला गया है। यहां पर ये सलकनपुर प्रसादम् लड्डू के रूप में बिक रहे हैं। नवरात्रि एवं सलकनपुर मेले के दौरान तो इनकी बिक्री जमकर होती है, लेकिन अन्य सामान्य दिनों में भी करीब 5 से 7 हजार रूपए प्रतिदिन की कमाई हो जाती है। आजीविका मिशन बुदनी की विकासखंड प्रबंधक भावना वर्मा बताती हैं कि महिलाओें द्वारा तैैयार किए जा रहे लड्डू पूरी तरह से स्वच्छता एवं शुद्धता को ध्यान मेें रखकर बनाए जाते हैं। इसमें पूरी तरह से शुद्ध घी का उपयोग किया जाता है। लड्डू बनाने के लिए अब मालीबायां मेें भी स्थान तैैयार किया जा रहा है औैर जल्द ही वहां पर भी काम शुुरू किया जाएगा।