मुकेश चौधरी को धोनी ने किया तैयार
नवी मुंबई। कुछ दिन पहले आईपीएल 2022 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ मुकेश चौधरी ने चार ओवरों में 40 रन देकर एक विकेट लिया था। उस मैच में उन्होंने कई कैच भी छोड़े थे। तब लग रहा था कि चौधरी में आत्मविश्वास की कमी है। इसके बाद, चौधरी ने पंजाब किंग्स के खिलाफ बिना विकेट लिए 52 रन दिए थे, लेकिन औसत प्रदर्शन के बावजूद चेन्नई सुपरकिंग्स ने उन पर भरोसा जताया, जिसके बाद, चौधरी के चमकने का मौका तब आया जब उन्होंने डीवाई पाटिल स्टेडियम में मुंबई इंडियंस के खिलाफ तीन शुरुआती विकेट झटक लिए।
आईपीएल 2022 के पहले पांच मैचों में चार विकेट सहित मुंबई के खिलाफ तीन ओवरों में 3/19 विकेट लेने तक, चौधरी के लिए यह एक आश्चर्यजनक बदलाव की कहानी रही है। चौधरी ने रोहित शर्मा, ईशान किशन और डेवाल्ड ब्रेविस को पवेलियन का रास्ता दिखाया था। हालांकि, ऐसा प्रदर्शन करने में उन्हें समय लगा, लेकिन अब उन्होंने टीम प्रबंधन द्वारा उन पर दिखाए गए विश्वास को आगे बढ़ाया है और चेन्नई की करीबी जीत में अहम भूमिका निभाई।
भीलवाड़ा के एक छोटे से गांव से निकले
क्रिकेट चौधरी का पसंदीदा खेल था, जब वह राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के परदोदास गांव में बड़े हो रहे थे। चौधरी ने कहा सीएसके टीवी को बताया, ‘जब मैं छोटा था, तो बड़े लोग मुझे बल्लेबाजी या गेंदबाजी नहीं करने देते थे, लेकिन मैं पूरे दिन फिल्डिंग करता था। मेरे घर में स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी। मेरे गांव में कोई क्लब या कुछ भी नहीं था, इसलिए यह सब टेनिस गेंद से शुरू हुआ। चौथी कक्षा में मेरे पिता ने मुझे एक बोर्डिंग स्कूल में डाल दिया, क्योंकि मेरे गांव में पढ़ने की ज्यादा सुविधा नहीं थी।
माता-पिता से छिपाई क्रिकेट की बात
जैसे-जैसे चौधरी एक युवा लड़के से किशोर बनते गए। 9वीं कक्षा में पुणे के बोर्डिंग स्कूल में एडमिशन हुआ। उन्होंने आगे कहा, ‘मैंने अपने माता-पिता को नहीं बताया, लेकिन मैंने क्रिकेट पर ध्यान देना शुरू कर दिया। जब मेरा नाम अखबारों में आया, तो मैंने उन्हें बताया। तब मेरे पिता ने कहा ठीक है, लेकिन पढ़ाई जारी रखो, क्योंकि बहुत सारे लोग क्रिकेट खेलते हैं। दो साल बाद मैंने रणजी ट्रॉफी (महाराष्ट्र के लिए) खेली। जब तक मैं राज्य के लिए नहीं चुना गया, केवल मेरे भाई को पता था कि मैं गंभीरता से क्रिकेट खेल रहा हूं।’
आज पूरे गांव को गर्व
मुंबई के खिलाफ चौधरी के शानदार प्रदर्शन ने निश्चित रूप से उनके पिता को गौरवान्वित किया होगा। चौधरी ने कहा, ‘मेरी यात्रा कठिन रही है लेकिन मेरे परिवार ने मेरा साथ दिया। जब मैं पुणे में अकेला था, तो मेरी बहन ने मेरा बहुत साथ दिया। उसके बिना मैं कुछ भी अच्छा नहीं कर पाता था। यहां तक कि जब मुझे चुना गया, तो उन्होंने मुझे अगले चरणों के बारे में सोचने और अच्छा करने के लिए कहा था।’
धोनी की देखरेख में हुए तैयार
वैसे तो मुकेश चौधरी का यह आईपीएल में पहला सीजन है, लेकिन वह पिछली बार भी चेन्नई सुपरकिंग्स कैम्प का हिस्सा थे। तब वह बतौर नेट बॉलर बल्लेबाजों को अभ्यास करवाते थे। गेंद को दोनों तरफ स्विंग कराने का दम रखने वाले मुकेश को धोनी ने नई बॉल और डेथ ओवर्स दोनों हालातों के लिए तैयार किया है।
20 लाख के बेस प्राइस में बिके
आईपीएल मेगा ऑक्शन में सीएसके ने बाएं हाथ के इस पेसर को 20 लाख रुपये की बेस प्राइस में अपने साथ जोड़ा है। 6 जुलाई 1996 को पैदा हुए मुकेश ने अपना फर्स्ट क्लास मैच 2017 में खेला था। साल 2021 में विजय हजारे ट्रॉफी में सबसे ज्यादा विकेट लेकर उन्होंने सुर्खियां बटोरी थी।