हैप्पी बर्थडे राहुल द्रविड़: भारतीय क्रिकेट का वो नायक, जो वास्तव में कभी रिटायर ही नहीं हुआ
नई दिल्ली
राहुल द्रविड़ आज 49 साल के हो गए हैं। द्रविड़ ने भारतीय क्रिकेट के लिए अपने खिलाड़ी दिनों में जो योगदान दिया वह कई बार उनके समय के दूसरे महान खिलाड़ियों की उपलब्धियों तले दब जाता है। द्रविड़ जब खेले तब भारत के पास सचिन तेंदुलकर, गांगुली, लक्ष्मण जैसे खिलाड़ी मौजूद थे। बाद में सहवाग, धोनी, युवराज जैसे खिलाड़ी भी आए। बॉलिंग में कुंबले ने जो आंकड़े पाए वह भी द्रविड़ के समय थे। यह कई महान खिलाड़ियों का दौर था जो केवल टीम इंडिया ही नहीं बल्कि बाकी इंटरनेशनल टीमों में भी खेल रहे थे। इन सबके बीच द्रविड़ बिना जोर-शोर के अपना काम निरंतरता से करते रहे। उनके संन्यास के बाद पता चला कि वह कितने अहम थे।
यह भी सुखद आश्चर्य है कि रिटायरमेंट के दिन बढ़ने के साथ-साथ द्रविड़ की उपलब्धियां बाकी दिग्गजों की तुलना में और ज्यादा निखरती गई। उनके पर्दे के पीछे काम करने की आदत उनकी पर्सनलिटी का सबसे मजबूत पक्ष बनकर उभरी और उन्होंने भारतीय क्रिकेट में एक कोच के तौर पर महान योगदान दिया जो अभी तक जारी है। भारत का 15 साल तक प्रतिनिधित्व करने के बाद द्रविड़ ने 2012 में क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। उन्होंने राजस्थान रॉयल्स के साथ खेलना जारी रखा और बाद में कोच के तौर पर अपनी अगली पारी में छा गए।