साथी खिलाड़ी के लिए छोड़ी गेंदबाजी, जडेजा के इस फैसले ने जीता अश्विन का दिल
नई दिल्ली
भारत ने श्रीलंका को पहले टेस्ट में पारी और 222 रनों से मात देते हुए दो मैच की टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। मोहाली में खेला गया यह टेस्ट कई मायनों में याद रखा जाएगा, जैसे रोहित की कप्तानी में भारत ने पहला टेस्ट जीता, कोहली ने अपने 100वें टेस्ट में 8000 रन पूरे किए, अश्विन ने टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट के मामले में कपिल देव को पछाड़ा और अंत में जडेजा का शानदार प्रदर्शन और टीम के हित में लिए गए उनके फैसले।
रविंद्र जडेजा के पास इस मैच में दोहरा शतक बनाने का शानदार मौका था मगर उन्होंने टीम के हित में फैसला लेते हुए पारी घोषित कराने का फैसला लिया। इसके बाद उन्होंने एक बार फिर स्वार्थी ना होते हुए गेंदबाजी के दौरान टीम हित में फैसला लिया जबकि उनके पास एक पारी में 150 से अधिक रन और मैच में 10 विकेट लेकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का शानदार मौका था। यह किस्सा खुद उनके साथी स्पिनर आर अश्विन ने बताया।
मैच के बाद ब्रॉडकास्टर से बात करते हुए अश्विन ने कहा "पिछले चार-पांच सालों में उसने (जडेजा) वास्तव में काफी लंबा सफर तय किया है। मुझे लगता है कि जिस तरह से वह इस समय बल्लेबाजी कर रहा है उसके हिसाब से वह थोड़ा निचले क्रम में खेल रहा है। उसकी बल्लेबाजी एक पायदान ऊपर चली गई है। वह जानता है कि वह क्या कर रहा है और यह उसके बल्लेबाजी करने के तरीके में दर्शाता है।"
उन्होंने आगे कहा "मैच के बीच में हम दोनों ने महसूस किया कि जयंत ने ज्यादा गेंदबाजी नहीं की है। जो हमारा तीसरा स्पिनर है, हमारे लिए उसकी देखभाल करना महत्वपूर्ण था। जड्डू ने फैसला किया कि वह अपने ओवर छोड़कर जयंत को अपने एंड से बॉलिंग करने का मौका देगा जहां से गेंद घूम रही थी और फिर मैंने भी अपना एंड छोड़ दिया। जड्डू पहले गेंद को छोड़ने के लिए काफी उदार थे।"
बता दें, टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला बेंगलुरु के एम.चिन्नास्वामी स्टेडियम में 12 मार्च से खेला जाना है। यह पिंक बॉल टेस्ट होगा। टीम इंडिया की नजरें इस मैच को जीतकर मेहमान टीम का टी20 के बाद टेस्ट सीरीज में भी सूपड़ा साफ करने पर होगी।