Lata Mangeshkar: लता जी को क्रिकेट से था खास प्यार, लॉर्ड्स में देखा था ऐतिहासिक मैच
नई दिल्ली
Lata Mangeshkar: स्वर कोकिला लता मंगेशकर का 92 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में 8.12 बजे आखिरी सांस ली। उनकी बहन उषा मंगेशकर ने निधन की जानकारी दी। लता जी को क्रिकेट से खास लगाव था। उन्हें क्रिकेट देखने का शौक था। कपिल देव, सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर से लेकर महेंद्र सिंह धोनी तक लता जी के पसंदीदा खिलाड़ियों में रहे हैं। क्रिकेट से भी उनका बहुत करीबी रिश्ता था। बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष राज सिंह डूंगरपुर उनके करीबी दोस्त थे। जब लता जी को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने की खबर मिली थी तब राज सिंह डूंगरपुर लंदन में उनके साथ थे।
भारत पहली बार 1983 में वर्ल्ड कप में जीतने में सफल रहा था। उस वर्ल्ड कप से जुड़ा एक रोचक वाकया लता जी से जुड़ा हुआ है। वर्ल्ड कप फाइनल से पहले उन्होंने टीम को रात के खाने पर आमंत्रित किया था। लता जी ने लॉर्ड्स में खेले भारत और वेस्टइंडीज के फाइनल को लाइव देखा था। उन्होंने चैंपियन बनने के बाद भारतीय टीम को फिर से खाने पर बुलाया था।
भारतीय टीम के लिए किया था संगीत कार्यक्रम
लता दीदी ने लंदन से आने के बाद दिल्ली के इंद्रप्रस्थ स्टेडियम में आयोजित एक संगीत कार्यक्रम में भाग लिया था और 20 लाख रुपये जुटाए थे। यह 4 घंटे का कंसर्ट था। सुनील गावस्कर और कपिल देव उनके पास खड़े नजर आए थे। इतना ही नहीं उनके भाई हृदयनाथ ने विशेष रूप से एक गीत की रचना की, जिसे टीम के सभी सदस्यों ने गाया था। कंसर्ट के बाद टीम के सदस्यों को एक-एक लाख रुपये दिए गए। उस जमाने में खिलाड़ियों को कम पैसे मिलते थे। 2011 में तो वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के सभी सदस्यों को दो-दो करोड़ रुपये बीसीसीआई के तरफ से मिले थे।
लता जी ने कहा था, “मैच से पहले तनाव भरा माहौल था। धीरे-धीरे मैच आगे बढ़ रहा था और मेरे अंदर जीत का भरोसा बढ़ रहा था। हालांकि, क्रिकेट में कहा जाता है कि कब क्या हो जाए कुछ भी पता नहीं। कभी मैच पलट सकता है। मुकाबले से पहले पूरी टीम से मैं मिली थी। सभी खिलाड़ियों ने कहा था कि हम मैच जीतेंगे।”
पैसे जुटाने के लिए किया था कार्यक्रम
लता जी ने इसके आगे बताया था कि भारतीय बोर्ड के पास उस समय पर्याप्त पैसे नहीं थे। इसलिए उन्होंने एक स्पेशल कंसर्ट किया था। लता जी ने कहा था, “मैं 1983 में छुट्टियां मनाने के लिए लंदन गई थी। वहां मेरी मुलाकात एनकेपी साल्वे से हुई थी। जब भारतीय टीम चैंपियन बन गई तो उन्होंने मुझसे कहा कि वे जीत पर एक बड़ा कार्यक्रम करना चाहते हैं। फिर उन्होंने मुझसे कहा कि क्या आप कार्यक्रम करेंगी। इस पर मैंने सहमति दी थी।”
लता जी ने कहा था, “17 अगस्त को दिल्ली पहुंचने के बाद मैंने कंसर्ट में हिस्सा लिया। कार्यक्रम में मुकेश भैया (मशहूर गायक मुकेश) के बेटे नीतिन मुकेश और सुरेश वाडेकर ने साथ दिया था। उस कार्यक्रम में राजीव गांधी जी भी मौजूद थे। वह शो शानदार हुआ था। सबसे खास पल वो था जब मेरे भाई द्वारा बनाए गए गाने को पूरी टीम ने गाया था। तब मुझे पता चला था कि बल्ले और गेंद से कमाल करने वाले गाने भी अच्छी तरह गाते हैं।”