बर्मिंघम टेस्ट में Ravindra Jadeja का जोरदार शतक
बर्मिंघम
बर्मिंघम के मैदान पर टीम इंडिया के लिए ऋषभ पंत के बाद रविंद्र जडेजा भी शतक लगाने में सफल रहे। पहले दिन 83 रन बनाकर नाबाद पवेलियन लौटे जडेजा ने दूसरे दिन के खेल की शुरूआत होते ही इंगलैंड के गेंदबाजों पर दबाव बनाए रखा। जडेजा ने ताबड़तोड़ शॉट लगाए और 183 गेंदों में अपना शतक पूरा कर लिया। जडेजा का यह टेस्ट करियर में तीसरा शतक है जबकि पिछली 5 पारियों में दूसरा। पंत ने मार्च 2002 में श्रीलंका के खिलाफ भी नाबाद 175 रन की पारी खेली थी। अब इंगलैंड के खिलाफ शतक लगाकर उन्होंने इतिहास बना दिया।
पंत की तरफ जडेजा ने भी पहली पारी में इंडिया का स्कोर आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। जडेजा जब क्रीज पर आए थे तो स्कोर 98 रन पर 5 विकेट हो गया था। उन्होंने पंत के साथ मिलकर 200 से ज्यादा रन की पार्टनरशिप की और टीम इंडिया को खतरे से बाहर निकाल लिया। पंत जब 320 रन पर आऊट हुए तब जाकर उनकी साझेदारी टूटी। हालांकि इसके बावजूद जडेजा पीछे नहीं हटे। उन्होंने लगातार रन बनाने जारी रखे। जडेजा ने शतक बनाने के बाद अपने सिग्नेचर स्टाइल के साथ दर्शकों का अभिवादन स्वीकार किया।
जडेजा के टेस्ट शतक
100 बनाम विंडीज, सौराष्ट्र क्रिकेट स्टेडियम (अक्तूबर 2018)
175 बनाम श्रीलंका, मोहाली स्टेडियम (मार्च 2022)
100 बनाम इंगलैंड, बर्मिंघम (जुलाई 2022)
जडेजा ने भारत के लिए सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए तीन शतक जड़ दिए हैं। उनसे आगे महेंद्र सिंह धोनी और कपिल देव हैं। इन दोनों दिग्गज ने इस क्रम पर क्रमश: 7 और 4 शतक लगाए हैं।
ब्रॉड पर चौके जमाकर शतक पूरा
शनिवार 2 जुलाई को टेस्ट के दूसरे दिन जडेजा ने 83 रन के स्कोर से आगे खेलना शुरू किया. उनके साथ मोहम्मद शमी थे, जो बखूबी साथ देते हुए क्रीज पर जमे रहे और अपने विकेट को बचाए रखा. फिर 79वें ओवर में जडेजा ने ब्रॉड की गेंदों पर लगातार दो चौके जमाते हुए अपना तीसरा टेस्ट शतक पूरा कर लिया. अपने शतक तक पहुंचने के लिए जडेजा ने 183 गेंदों का सामना किया, जिसमें 13 चौके उनके बल्ले से निकले.
भारत से बाहर पहला शतक, दमदार साझेदारियां
जडेजा का भारत से बाहर और इंग्लैंड के खिलाफ ये पहला टेस्ट शतक है. इससे पहले उन्होंने श्रीलंका और वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक जमाए थे, जो भारत में ही आए थे. वह आखिरकार 189 गेंदों में 104 रन की यादगार पारी खेलकर आउट हुए. जेम्स एंडरसन ने उन्हें बोल्ड किया. हालांकि, आउट होने से पहले ही वह टीम के लिए अपना काम कर चुके थे. जिस वक्त वह आउट हुए, तब भारत का स्कोर 8 विकेट पर 375 रन हो गया था. जडेजा ने पहले ऋषभ पंत के साथ 222 रनों की जबरदस्त साझेदारी की थी, फिर आज मोहम्मद शमी के साथ 48 रनों की अहम पार्टनरशिप की.
15 साल बाद दोहराया कमाल
पंत के बाद जडेजा के इस शतक की एक खासियत ये है कि भारतीय क्रिकेट के इतिहास में ये सिर्फ तीसरा मौका है, जब एक टेस्ट पारी में बाएं हाथ के दो बल्लेबाजों ने शतक लगाया है. इससे पहले 1999 में न्यूजीलैंड के खिलाफ अहमदाबाद में सदगोपन रमेश (110) और सौरव गांगुली (125) ने शतक जमाए थे. फिर 2007 में पाकिस्तान के खिलाफ बेंगलुरू में गांगुली (239) और युवराज सिंह (169) ने शतक ठोके थे. जडेजा के बाद इस टेस्ट के लिए भारतीय टीम के कप्तान बने जसप्रीत बुमराह ने ताबड़तोड़ 31 रन बनाकर टीम को 412 रन के स्कोर तक पहुंचाया. बुमराह ने स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ही ओवर से वाइड-नोबॉल समेत कुल 35 रन बटोरकर विश्व रिकॉर्ड बना दिया.