सीहोर। कलेक्टर प्रवीण सिंह की अध्यक्षता में समय सीमा पत्रकों के निराकरण के लिए टीएल बैठक आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर श्री सिंह ने सभी अधिकारियों को पूर्व से विभागीय लंबित आवेदनों के निराकरण करने और सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों का त्वरित निराकरण करने के निर्देश दिए और कहा कि सभी विभाग अपनी विभाग की 50 दिवस से अधिक समय से लंबित शिकायतों का संतुष्टिपूर्ण निराकरण करें। उन्होंने विभागवार सीएम हेल्पलाइन की विस्तृत समीक्षा की। कलेक्टर प्रवीण सिंह ने सीएम हेल्पलाइन में फिर प्रथम स्थान पर आने के लिए सभी अधिकारियों को बधाई देते हुए इसी तरह पूरी गंभीरता से आमजन की शिकायतों का निराकरण करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने वन व्यवस्थापन के अन्तर्गत वनखंडो के विस्थापन की कार्यवाही शीघ्र करने के सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने शासकीय विभागों को भवनों के निर्माण के लिए भूमि आवंटन की कार्यवाही में गति लाने के निर्देश दिए हैं। जिले में भूमि आवंटन के 49 प्रकरणों पर कार्यवाही की जाना है। इसके साथ ही प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार सभी जनपदों में भी स्वास्थ्य शिविर लगाने के सीएमएचओ को निर्देश दिए। कलेक्टर श्री सिंह ने ड्राइविंग लाइसेंस के लिए महाविद्यालयों में शिविर लगाने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि अन्य जिलों के पशुपालक वर्षा काल में सीहोर जिले की सीमा में अपने पशु छोड़ जाते हैं, जिनका सड़कों पर जमावड़ा होने से दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। उन्होंने दूसरे जिलों से सीहोर जिले में पशु छोड़ने पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर प्रवीण सिंह ने वनखण्डों के व्यवस्थापन के साथ ही वन ग्रामों को राजस्व ग्रामों में बदलने की कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। बैठक में जिला पंचायत सीईओ आशीष तिवारी, अपर कलेक्टर वृंदावन सिंह, संयुक्त कलेक्टर वंदना राजपूत, नितिन टाले, आनंद सिंह राजावत, एसडीएम जमील खान, तन्मय वर्मा, स्वाति मिश्रा, डिप्टी कलेक्टर सुधीर कुशवाह सहित सभी जिला अधिकारी उपस्थित थे। जिले के सभी जनपद स्तरीय अधिकारी-कर्मचारी वीसी के माध्यम से बैठक में शामिल हुए।
बारिश में क्षतिग्रस्त सड़कों, पुल-पुलियों की मरम्मत के निर्देश –
बैठक में कलेक्टर श्री सिंह ने वर्षा के दौरान क्षतिग्रहत हुई सड़कों और पुल- पुलियों की मरम्मत के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने सभी एसडीएम, तहसीलदार और नगर पालिका के अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि जिले के सभी तालाबों, डेम, नदी, नालों और जल भराव वाले क्षेत्रों पर लगातार निगरानी रखें और स्थानीय लोगों से सम्पर्क में रहें। कलेक्टर श्री सिंह ने वर्षा, जल भराव और अतिवृष्टि की स्थिति में लोगों को ऐसी जगहों से हटाने और वैकल्पिक व्यवस्था के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर श्री सिंह ने बीती रात अमरगढ़ वाटर फॉल में लोगों के फंस जाने की घटना का उदाहरण देते हुए कहा कि गहरे पानी वाली जगहों पर लोगों को जाने से रोका जाए।
राजस्व महा अभियान में कोताही बर्दाश्त नहीं –
कलेक्टर श्री सिंह ने 18 जुलाई से प्रदेश के साथ ही जिले में प्रारंभ हुए राजस्व महा अभियान के संबंध में कहा कि राजस्व प्रकरणों के निराकरण में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान लापरवाही पाये जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने राजस्व न्यायालयों (आरसीएमएस) में समय सीमा में लंबित नामांतरण, बंटवारा, अभिलेख दुरुस्ती के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि पटवारी अपने-अपने हलके में रहे और अभियान के तहत समस्याओं का त्वरित निराकरण करें। उन्होंने अभियान में अभिलेख दुरुस्ती के संबंध में निर्देश देते हुए कहा कि ई-केवाईसी, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि जैसी अन्य सुविधाओं से संबंधित शिकायतों के त्वरित निराकरण करें।
दस्तक अभियान में 17162 बच्चों की हुई स्क्रीनिंग –
दस्तक अभियान के तहत कलेक्टर ने कहा कि लक्ष्य के अनुरूप बच्चों की स्क्रीनिंग की जाए तथा कुपोषण पाए जाने पर उन्हें एनआरसी में भर्ती किया जाए। दस्तक अभियान के तहत अभी तक शून्य से 05 वर्ष के 17162 बच्चों की स्क्रीनिंग की गई है। कलेक्टर श्री सिंह ने दस्तक अभियान के संचालन में सहयोग करने वाले सभी विभागों को समन्वय कर अधिक से अधिक बच्चों की स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिए।
“एक पेड़ मां के नाम“ अभियान के तहत रोपे गए 21777 पौधे –
समीक्षा के दौरान बताया गया कि “एक पेड़ मां के नाम“ अभियान के तहत 21777 पौधे रोपे गए तथा वायुदूत एप पर पौधरोपण के फोटो अपलोड किए गए हैं। कलेक्टर ने कहा कि जो भी पौधे रोपे जाएं उनके फोटो वायुदूत एप पर अपलोड किए जाएं। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि वृक्षारोपण के सामूहिक कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाए। उन्होंने कहा कि वर्षा ऋतु के दौरान अधिक से अधिक पौधरोपण किया जाए।
भू-अर्जन एवं मुआवजा वितरण की विस्तृत समीक्षा –
बैठक में कलेक्टर श्री सिंह ने रेल, नेशनल हाईवे एवं सिंचाई परियोजनाओं सहित अन्य शासकीय कार्यों के लिए भूमि अधिग्रहण तथा मुआवजा वितरण की समीक्षा करते हुए राजस्व विभाग एवं संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कार्यवाही तेजी से की जाए ताकि परियोजनाओं का कार्य शीघ्र प्रारंभ हो सके। बुधनी इंदौर रेल लाईन के लिए भू-अर्जन की प्रक्रिया प्रचलन में है। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि जिन विभागों को शासकीय भूमि आवंटित की गई है उन विभागों के अधिकारी राजस्व रिकार्ड में विभाग के नाम से दर्ज कराएं।