सीहोर। तिरूपति मंदिर के प्रसाद में पशुओं की चर्बी का मामला सामने आने के साथ ही सीहोर जिले में दुग्ध उत्पाद बनाने वाली जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री के उत्पादों पर भी सवाल उठने लगे हैं। जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री द्वारा भी पशुओं की चर्बी का उपयोग करके दुग्ध उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं। अब इस मामले को लेकर सीहोर जिला कांग्रेस के पूर्व महासचिव पंकज शर्मा ने कोतवाली थाना पहुंचकर थाना प्रभारी मनोज मालवीय को एक आवेदन सौंपा है। इसमें कहा गया है कि कोतवाली थाना क्षेत्र में आने वाले पिपलियामीरा गांव स्थित जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री तथा उसके प्रबंधन पर धर्मप्रेमियों की धार्मिक भावनाएं आहत करने की धाराओं में मुकदमा कायम किया जाए। यहां बता दें कि पिछले दिनों पनीर फैक्ट्री पर पड़े ईओडब्ल्यू के छापे के बाद सामने आई जांच रिपोर्ट में बताया गया था कि जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री द्वारा पशुओं की चर्बी का उपयोग करके दुग्ध उत्पाद तैयार किए जाते हैं। यहां पर पनीर, दूध, घी, मट्ठा, दही सहित कई अन्य दुग्ध उत्पाद बनाए जाते हैं एवं इसकी ज्यादातर सप्लाई विदेशों में होती है। यहां के उत्पाद सीहोर सहित आसपास के क्षेत्र में होने वाले धार्मिक आयोजनों, भंडारों में भी भेजे गए हैं। इससे कई लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं।
उत्पादों के सैंपल में मिली थी पशु चर्बी –
कांग्रेस नेता पंकज शर्मा ने कहा कि पिछले दिनों हिंदुओं की आस्था के सबसे बड़े केंद्र तिरुपति बालाजी मंदिर के महाप्रसादम में पशु चर्बी के इस्तेमाल का सनसनीखेज मामला सामने आया था। ये खुलासा स्वयं आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री ने किया था। ठीक ऐसा ही एक मामला सीहोर जिले में भी सामने आया है। यहां पर पिपलिया मीरा गांव स्थित जहरीले कैमिकल से दुग्ध उत्पाद बनाने वाली जयश्री गायत्री फूड प्रोडक्ट्स प्रा.लि. एवं मिल्क मैजिक पनीर फैक्ट्री के उत्पादों के सैंपल में पशु चर्बी के इस्तेमाल की पुष्टि भारत सरकार की प्रतिष्ठित संस्था एफएसएसएआई ने की है। पंकज शर्मा ने कहा कि फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा यही पशु चर्बी युक्त जहरीले दुग्ध उत्पाद विश्व प्रसिद्ध पंडित प्रदीप मिश्रा के कुबेरेश्वर धाम सहित अन्य धार्मिक स्थलों और धार्मिक आयोजनों में भी बांटे जाते हैं, साथ ही कई धार्मिक भंडारों और सामूहिक विवाह सहित अन्य सामूहिक कार्यक्रमों में भी इसके द्वारा यह जहरीले केमिकल और पशु चर्बी युक्त उत्पाद बांटकर समाजसेवा का ढोंग किया जाता है, लेकिन इन पशु चर्बी युक्त उत्पादों के सेवन से न केवल धर्मप्रेमियों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता है, बल्कि ऐसे पवित्र स्थलों पर पशु चर्बी युक्त उत्पाद बांटे जाने से लाखों धर्मप्रेमियों की धार्मिक भावनाएं भी आहत होती हैं। पंकज शर्मा ने कहा कि इसके अलावा यह फैक्ट्री जहरीले उत्पाद बेचकर और अपना जहरीला पानी खुले में छोड़कर मानव जीवन और प्रकृति को भी गंभीर नुकसान पहुंचा रही है, साथ ही आर्थिक अनियमितताएं कर सरकार को कम टैक्स देकर देश की अर्थव्यवस्था को भी भारी क्षति पहुंचा रही है। इसके प्रबंधन पर पहले से ही कई मामले दर्ज हैं और 2 बार इसके ऊपर जुर्माने सहित फैक्ट्री का संचालन बंद किए जाने की कार्यवाही भी हो चुकी है। पंकज शर्मा ने कहा कि चूंकि यह फैक्ट्री कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत आती है, इसलिए पवित्र धर्मस्थलों पर ऐसे पशु चर्बी युक्त उत्पाद बांटकर इन स्थलों की पवित्रता को नष्ट करने वाली इस फैक्ट्री के प्रबंधन के खिलाफ लाखों धर्मप्रेमियों की धार्मिक भावनाएं आहत करने के अपराध में रासुका और देशद्रोह की धाराओं में मुकदमा कायम कर उसके खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए।