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Facebook का इस्तेमाल यूक्रेन रूस युद्ध में , 40 फेक अकाउंट को हटाया

न्यूयोर्क

Meta के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Facebook का इस्तेमाल यूक्रेन रूस युद्ध में हैकिंग के लिए हो रहा है. इसकी जानकारी कंपनी ने दी है. कंपनी ने बताया कि Facebook का इस्तेमाल यूक्रेन के पब्लिक फिगर, मिलिट्री अधिकारी, नेता और पत्रकारों को टारगेट करने के लिए किया गया है.

फेसबुक की पैरेंट कंपनी Meta ने बताया कि पिछले 48 घंटों में उन्होंने 40 फेक अकाउंट, ग्रुप्स और पेज के नेटवर्क को Facebook और Instagram के हटाया है. यह अकाउंट्स रूस और यूक्रेन से ऑपरेट कर रहे थे और इनका टारगेट यूक्रेन के मिलिट्री पर्सन, राजनेता और दूसरे पब्लिक फिगर लोग थे.

Twitter ने पकड़े ऐसे अकाउंट्स

Twitter के प्रवक्ता ने भी इस तरह की जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि Twitter से लगभग एक दर्जन अकाउंट्स को सस्पेंड किया गया है, जो प्लेटफॉर्म के नियमों का पालन नहीं कर रहे थे. स्पोकपर्सन की मानें तो शुरुआती जांच में पता चला है कि यह सभी अकाउंट्स रूस से संचालित थे और यूक्रेन में पब्लिक कन्वर्सेशन को बाधित करने की कोशिश कर रहे थे.

Meta ने क्या बताया?

सोमवार को जारी एक ब्लॉग में Meta ने बताया कि हैकिंग की कोशिश Ghostwriter नाम के एक ग्रुप ने की थी, जिन्हें टार्गेट्स के सोशल मीडिया अकाउंट्स का एक्सेस भी मिल गया था. कंपनी की मानें तो हैकर्स ने इन सोशल मीडिया अकाउंट्स पर ऐसे YouTube वीडियो पोस्ट करने की कोशिश की, जिसमें यूक्रेन की सेना को कमजोर दिखाया गया है. इस वीडियो में दिखा गया है कि यूक्रेन की सेना एक जंगल से बाहर आ रही है और सफेद झंडे दिखा रही है.  
यूक्रेन ने भी दी है जानकारी

यूक्रेन साइबर सिक्योरिटी अधिकारियों ने शुक्रवार को जानकारी दी कि बेलारूस से हैकर्स यूक्रेन मिलिट्री अधिकारियों और उनसे जुड़े लोगों के पर्सनल ईमेल टार्गेट कर रहे हैं. इस ग्रुप का कोड नेम UNC1151 बताया गया है.

US  Cybersecurity फर्म Fire Eye ने पहले इस ग्रुप को Ghostwriter  की एक्टिविटी से जोड़ा था. मेटा की सिक्योरिटी टीम ने बताया है कि उन्होंने टार्गेट अकाउंट को सिक्योर करने के लिए जरूरी कदम उठाए हैं और फिशिंग डोमेन्स को ब्लॉक कर दिया है. हालांकि, मेटा ने टार्गेट किए गए किसी भी यूजर की जानकारी नहीं शेयर की है.

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