DM आवास का बोर्ड भगवा से हरा करना पड़ा महंगा, सस्पेंड हुआ PWD का इंजीनियर
अयोध्या
अयोध्या के जिलाधिकारी आवास के बोर्ड के बार-बार बदलते रंग ने सियासी ही नहीं, सोशल मीडिया का पारा भी बढ़ा दिया है। तो वहीं, अब डीएम आवास के बोर्ड का रंग बार-बार बदलने के मामले में शुक्रवार 04 मार्च को बड़ी कार्रवाई हुई है। विभाग ने पीडब्ल्यूडी के जूनियर इंजीनियर (जेई) अजय कुमार शुक्ला को निलंबित कर दिया है। बताया जा रहा है कि अधिकारियों को संज्ञान में लिए बिना डीएम आवास का बोर्ड का रंग बदला गया था। वहीं, डीएम आवास के बोर्ड का रंग केसरिया से हरा होने पर तरह-तरह की चर्चा शुरू हो गई थी और लोग इस राजनीति से भी जोड़ रहे थे।
ऐसा बताया जा रहा है कि डीएम के सरकारी आवास में मरम्मत का कार्य चल रहा है। इस दौरान उनके आवास के बोर्ड का रंग बदलकर भगवा से हरा कर दिया गया था। हालांकि, विवाद के बाद रंग बदलकर फिर से लाल कर दिया गया था। मीडिया में रिपोर्ट आने के बाद जिला प्रशासन ने एक बार फिर बोर्ड का रंग बदलवा दिया है। अब बोर्ड पर लाल रंग कर दिया गया है। बता दें, पीडब्ल्यूडी के गेस्ट हाउस में डीएम अयोध्या का अस्थाई आवास है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामला सामने आने के बाद डीएम नितीश कुमार ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई थी, क्योंकि आचार संहिता में ही पीडब्ल्यूडी ने भगवा बोर्ड हटाकर हरा बोर्ड लगा दिया था। इस बारे में डीएम नितीश कुमार ने अनिभिज्ञता जाहिर करते हुए बताया कि उनका आवास पीडब्ल्यूडी विभाग के डाक बंगले में हैं। डाक बंगले के रेनोवेशन के साथ विभाग ने हरे रंग का आवासीय बोर्ड लगवाया है। उन्होंने कहा कि यह परिवर्तन गलत समय में किया गया है, जिसके बारे में पीडब्ल्यूडी अधिकारियों से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि पीडब्ल्यूडी की कलर नीति के तहत ही बोर्ड का रंग बदला गया है।
तो वहीं, अब विवाद बढ़ने पर इस मामले में जांच के बाद कार्रवाई की गई है। बताया जा रहा है कि पीडब्ल्यूडी मुख्यालय ने प्रारंभिक जांच में पाया कि अवर अभियंता अजय कुमार शुक्ला ने उच्चाधिकारियों के संज्ञान में लाए बिना डीएम के आवास का बोर्ड बदलवाया। इसके सोशल मीडिया पर वायरल होने से विभाग की छवि धूमिल हुई। उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक (अनुशासन एवं अपील) नियमावली-1999 के तहत उनके खिलाफ जांच के आदेश दे दिए गए हैं। निलंबन अवधि के दौरान शुक्ला कार्यालय, मुख्य अभियंता, अयोध्या से संबद्ध रहेंगे।
बता दें, साल 2017 में बीजेपी सरकार बनने के साथ ही अयोध्या से लेकर वाराणसी तक रंगों की राजनीति भी खूब हुई। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की प्रक्रिया शुरू होने और नेताओं के दौरों को बढ़ने के बाद कई इमारतों को भगवा रंग में रंग दिया गया। इसी तरह काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन के समय वाराणसी में भी भगवा रंग पोता गया।