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यूपी पुलिस के रिटायर दरोगा से हजारों की ठगी, ठगों ने ऐसी लगाई चपत

 लखनऊ

यूपी पुलिस के रिटायर दरोगा अशोक कुमार सिंह के बेटे और भांजी का दाखिला बीएड कोर्स में करवाने का झांसा देते हुए ठगों ने 79 हजार रुपये ऐंठ लिए। धोखाधड़ी किए जाने की शिकायत गोमतीनगर थाने में किए जाने पर सुनवाई नहीं हुई। जिस पर रिटायर दरोगा ने डीसीपी पूर्वी से मिल कर आपबीती बताई थी। डीसीपी ने तत्काल मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए थे। मगर, इंस्पेक्टर गोमतीनगर केके तिवारी ने एफआईआर नहीं  लिखी। इसके उल्ट पीड़ित पर ही दबाव बनाया गया। गोमतीनगर पुलिस के कार्रवाई नहीं करने पर अशोक सिंह ने पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर से मिल कर शिकायत की थी। जिसके बाद गोमतीनगर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।

गोण्डा मनकापुर निवासी अशोक कुमार सिंह के मुताबिक वह बेटे संदीप सिंह का दाखिला बीएड में कराना चाहते थे। उनके मुताबिक साईं सरोज एजुकेशनल की ग्रुप मैनेजर नेहा शर्मा से मुलाकात हुई थी। जिन्होंने बताया था कि सामान्यत: बीएड की फीस 60 हजार रुपये हैं। मगर, उसके जरिए दाखिला कराए जाने पर 40 हजार रुपये ही फीस देनी होगी। साथ ही संदीप को परीक्षा में कम से कम 70 प्रतिशत मार्क्स मिलेंगे। नेहा की बात सुन कर अशोक सिंह ने हामी भर दी थी। जिसके बाद नेहा ने फोन कर किसी व्यक्ति से बात करते हुए संदीप का दाखिला करने के लिए कहा था। साथ ही अपने ऑफिस में रखी पीओएस मशीन में अशोक सिंह का कार्ड स्वैप करते हुए 40 हजार रुपये लिए थे। अशोक के मुताबिक बेटे का दाखिला आसानी से होते देख उन्होंने भांजी साक्षी सिंह के लिए भी बात की थी। आरोप है कि नेहा ने इस एडमिशन के लिए 39 हजार रुपये लिए थे। लेकिन दोनों को ही दाखिला नहीं मिला। शक होने पर अशोक सिंह ने नेहा से रुपये लौटाने को कहा था। जिस पर उन्हें फोन कर धमकाया जाने लगा।

मुकदमा लिखने के बजाए समझाने का प्रयास
पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त हुए अशोक सिंह के मुताबिक 17 दिसंबर 2021 को उन्होंने गोमतीनगर थाने में तहरीर दी थी। जिस पर मुकदमा नहीं लिखा गया था। उन्हें बताया गया कि डीसीपी पूर्वी के कहने के बाद ही एफआईआर दर्ज होगी। यह बात पता चलने पर अशोक ने डीसीपी पूर्वी से मिल कर घटना की जानकारी दी थी। जिन्होंने तत्काल तहरीर के आधार पर मुकदमा लिखने के लिए कहा था। अशोक का आरोप है कि डीसीपी के यहां से तहरीर भेजे जाने के बाद भी गोमतीनगर पुलिस ने एफआईआर नहीं लिखी थी। जिसके चलते उन्होंने इंस्पेक्टर गोमतीनगर केके तिवारी और पत्रकारपुरम चौकी इंचार्ज से सम्पर्क किया था। लेकिन वह लोग अशोक को ही कार्रवाई नहीं करने के लिए समझाते रहे। रिटायर दरोगा ने यह रवैया देख पुलिस कमिश्नर से मिल कर गोमतीनगर पुलिस पर विश्वास नहीं होने की बात कही थी। रिटायर दरोगा की तकलीफ पता चलने पर पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया था। जिसके बाद साईं एजुकेशनल की मैनेजर नेहा शर्मा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।

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