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 ईवीएम परिवहन में लापरवाही, एडीएम को चुनाव ड्यूटी से हटाया 

लखनऊ

वाराणसी में ईवीएम की आवाजाही मामले में चुनाव आयोग ने कार्रवाई की है. चुनाव आयोग के निर्देश पर जिला निर्वाचन अधिकारी ने ईवीएम परिवहन में लापरवाही पर एडीएम नलिनी कांत सिंह को चुनाव कार्यों से हटा दिया है. एडीएम वित्त एवं राजस्व को ईवीएम प्रभारी बनाया गया है. ईवीएम की आवाजाही पर ही समाजवादी पार्टी (सपा) ने हंगामा किया था.

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की मतगणना से पहले समाजवादी पार्टी (एसपी) लगातार चुनाव आयोग से शिकायतें कर रही है. इसी बीच 8 मार्च को वाराणसी के पहड़िया मंडी में स्थित खाद्य गोदाम के पास सपाइयों ने उस समय जबरदस्त हंगामा कर दिया, जब खाद गोदाम के स्टोरेज से ईवीएम निकाल कर कहीं ले जाई जा रही थी.

अखिलेश ने PC करके उठाया था मुद्दा

सपाईयों ने कई घंटे तक हंगामा किया. इसी दौरान लखनऊ में समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा पर हेराफेरी करने का आरोप लगाया. अखिलेश ने कहा कि बिना प्रोटोकॉल कैसे ईवीएम मशीन को स्टोरेज से निकालकर ले जाया जा सकता है.

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि अब संविधान और लोकतंत्र बचाने के लिए लोग खुद सड़क पर निकले. लखनऊ में अखिलेश की अपील का असर वाराणसी की सड़कों पर तुरंत हो गया. हजारों की संख्या पार्टी कार्यकर्ता पहड़िया मंडी स्थित खाद्य गोदाम पहुंचने लगे और हंगामा करने लगे.

DM ने कहा था- ट्रेनिंग के लिए जा रही थी EVM

सपा कार्यकर्ताओं का आरोप था कि ईवीएम को बदला जा रहा है. इस पर जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कहा, 'प्रशिक्षण हेतु EVM मंडी में स्थित अलग खाद्य गोदाम में बने स्टोरेज से UP कॉलेज जा रही थीं. कुछ राजनैतिक लोगों ने वाहन को रोककर उसे चुनाव में प्रयुक्त EVM कहकर अफवाह फैलाई है. कल काउंटिंग ड्यूटी में लगे कर्मचारियों की द्वितीय ट्रेनिंग है और हैंड्स ऑन ट्रेनिंग हेतु ये मशीनें ट्रेनिंग में हमेशा प्रयुक्त होती हैं.'

कमिश्नर ने मानी थी गलती

वाराणसी में बीती देर रात को मतगणना स्थल के पास सपाइयों के हंगामे के दौरान मीडिया से मुखातिब होते हुए वाराणसी के मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने बताया कि पोलिंग में इस्तेमाल हुई ईवीएम के लिस्ट का मिलान रोकी गई गाड़ी में रखी ईवीएम से कर लीजिए, मिलान करने के बाद अगर नंबर एक निकलते हैं तो हम दोषी माने जाएंगे.

कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने त्रुटि स्वीकारते हुए बताया कि ईवीएम के प्रोटोकॉल के मूवमेंट में त्रुटि हुई है, इसकी हम रिपोर्ट भी भिजवा रहे हैं। लेकिन मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि पोलिंग वाले ईवीएम में कुछ हुआ हो ऐसा संभव नहीं है। क्योंकि स्ट्रांग रूम पर 3 लेयर सिक्योरिटी है, सीसीटीवी सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी लगे हुए हैं.

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