जमीनी विवाद को लेकर अमेठी में खूनी संघर्ष, पूर्व प्रधान समेत चार लोगों की निर्मम हत्या
अमेठी
जमीनी विवाद को लेकर उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में चार लोगों की लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। जबकि छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी घायलों की हालत अभी गंभीर बताई जा रही है। वहीं, घटना को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी मौका-ए-वारदात से फरार हो गए हैं। इस घटना के बाद से ग्रामीणों में आक्रोश है, जिसे देखते हुए गांव को छावनी में तब्दील करने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
ये मामला अमेठी थाना क्षेत्र के ग्राम राजापुर गुंगवाछ का है। अमरेश यादव पूर्व में ग्राम प्रधान रहे हैं। उनका भूमि के एक टुकड़े को लेकर पड़ोसी रामदुलारे यादव से विवाद चल रहा था। मंगलवार को अमरेश इसी भूमि पर मोरंग गिरवा रहे थे। इसी बात को लेकर उनकी रामदुलारे पक्ष से कहासुनी हो गई थी। कहासुनी के बाद रात करीब नौ बजे रामदुलारे पक्ष के लोगों ने लाठी डण्डे व धारदार हथियार से अमरेश पक्ष पर हमला बोल दिया। चीख-पुकार सुन मौके पर पहुंचे अमरेश के परिजनों पर भी दंबगों ने हमला कर दिया।
हमले में पूर्व प्रधान अमरेश, उनके भाई हनुमान, अमरजीत व अशोक तथा पिता संकठा प्रसाद, मां ननका, पत्नी धन्नो, पुत्र राज अमरजीत की पत्नी अनीता घायल हो गए। मारपीट में एक साथ नौ लोगों के घायल होने की सूचना पर प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने सभी घायलों को सीएचसी अमेठी पहुंचाया। बताया जा रहा है कि अमरेश (42) की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि अमरेश के पिता संकठा (65), मां ननका उर्फ पार्वती (64) व बड़े भाई हनुमान (45) को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। अन्य घायलों की हालत भी गंभीर बताई जा रही है।
मारपीट की घटना में एक साथ हुई चार मौतों को लेकर उपजे आक्रोश को देखते हुए गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। साथ ही, जिला अस्पताल और अमेठी सीएचसी को छावनी में बदल दिया गया है। डीएम राकेश कुमार मिश्र ने भी अस्पताल जाकर घायलों का हालचाल जाना और घटना स्थल के लिए रवाना हो गए। वहीं, मौके पर पहुंचे डीएम राकेश कुमार मिश्र ने कहा कि एक ही बिरादरी के दो लोगों में आबादी की जमीन पर कब्जे को लेकर विवाद हुआ, जिसमें चार लोगों की मौत हुई है। घायलों का इलाज चल रहा है। वहीं, इस वारदात को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी मौके से फरार हो गए हैं।