यूपी में CM चेहरे के लिए योगी 55% लोगों की पसंद, ओपीनियन पोल में मिलती दिख रहीं 252 सीटें
नई दिल्ली
उत्तर प्रदेश चुनाव 2022 (UP Election 2022) को लेकर नवंबर-दिसंबर में किया गया एक ओपीनियन पोल जारी किया है। 20 हजार लोगों पर किए गए इस पोल के मुताबिक भाजपा (BJP) यूपी में एक बार फिर स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बना रही है। 403 विधानसभा सीटों वाले इस प्रदेश में भाजपा को 233 से 252 सीटें मिलने की उम्मीद जताई गई है, जबकि सपा 135 से 149 सीटों में सिमट रही है। कांग्रेस (Congress) की हालत यूपी में बेहद खराब है। इसे सिर्फ 3 से 6 सीटें मिलने की उम्मीद है, जबकि बसपा को 11 से 12 सीटें मिलने का अनुमान है। अन्य पार्टियों के खातें में 1 से 4 सीटें जा सकती हैं।
पोल में हर आयु वर्ग के लोग शामिल
यह सर्वे 20 हजार लोगों पर किया गया। इसमें 18 से 35 उम्र के 32 फीसदी लोग थे, जबकि 35 से 45 के बीच आयु वाले 42 फीसदी लोग शामिल हुए। 45 से ऊपर वाले 26 प्रतिशत लोगों ने अपनी राय बताई। 22 नवंबर से लेकर 20 दिसंबर 2021 के बीच यह सर्वे किया गया। यूपी के 75 जिलों की 403 सीटों पर यह सर्वे हुआ, जिसमें 52 फीसदी पुरुष और 48 फीसदी महिलाओं ने भाग लिया।
मुद्दे और उन पर वोटर्स की राय
- 75 फीसदी लोगों ने कहा कि चुनावों में प्रधानमंत्री की योजनाओं का असर दिखेगा। 25 प्रतिशत इस बात से सहमत नहीं है।
- 52 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे योगी आदित्यनाथ सरकार के कामकाज से खुश हैं। 48 प्रतिशत लोग योगी सरकार के कामकाज से संतुष्ट नहीं नजर आए।
- 55 प्रतिशत लोगों ने माना कि उत्तर प्रदेश में ध्रुवीकरण हो रहा है, जबकि 45 प्रतिशत लोगों ने इससे इंकार किया।
- 42 प्रतिशत लोगों ने माना कि उम्मीदवार के खिलाफ एंटी इनकमबेंसी है, जबकि 31 प्रतिशत लोगों का कहना है कि सरकार के खिलाफ एंटी इनकमबेंसी है। 27 प्रतिशत लोगों का कहना है कि यूपी में एंटी इनकमबेंसी नहीं है।
यूपी में किस आधार पर मतदान होगा ?
जाति और धर्म – 24%
विकास – 23%
कानून और सुरक्षा – 21%
सरकारी योजनाओं का लाभ – 16%
राम मंदिर के नाम पर सिर्फ 1% वोटिंग
वोटिंग किस आधार पर होगी, इस मामले में जाति और धर्म सबसे ऊपर दिखा। 24 फीसदी लोगों का मानना है कि यूपी चुनावों में वोट जाति और धर्म देखकर पड़ेंगे। सरकारी योजनाओं के लाभ के आधार पर सिर्फ 16% वोट डालने की बात सामने आई है। महंगाई का मुद्दा सिर्फ 10% असर दिखाएगा जबकि राम मंदिर के मुद्दे पर 1 फीसदी वोट पड़ेंगे। बेरोजगारी सिर्फ 5 प्रतिशत वोटों पर असर डालेगी।
पश्चिमी यूपी + बृज में किसे कितने सीटें
पश्चिमी उत्तर प्रदेश और बृज में भी सपा नुकसान में दिख रही है, जबकि भाजपा यहां काफी बढ़त में है। यहां भाजपा 88 सीटें तक ला सकती है।
बुंदेलखंड में किसे कितने सीटें
बुंदेलखंड की 25 में से 19 सीटें तक भाजपा को मिल सकती हैं। पानी के लिए जूझते इस इलाके में नवंबर में ही पीएम मोदी ने बड़ी परियोजनाओं का लोकार्पण किया था।
अवध की 132 में से 84 सीटें BJP को
अवध में 132 सीटें हैं। इनमें से 84 सीटें तक भाजपा के खाते में जाती दिख रही हैं। यहां भाजपा बेहद मजबूत स्थिति में है, जबकि सपा को नुकसान होता नजर आ रहा है।
पूर्वांचल की 104 में भाजपा के खाते में आधी से ज्यादा सीटें
पूर्वांचल यूपी में 104 सीटें हैं। पोल में यहां भाजपा को 53 से 59 सीटें मिलती दिख रही हैं। सपा यहां 43 से 40 सीटों में सिमट रही है, जबकि बसपा यहां 5 से 6 सीटें ला सकती है। यहां अन्य के खाते में 2 सीटें जाने की उम्मीद है। यहां कांग्रेस के खाते में एक भी सीट जाती नहीं दिख रही हैं। गौरतलब है कि योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से हैं और यह पूर्वांचल में ही आता है। यही नहीं, पीएम मोदी की संसदीय वाराणसी सीट भी पूर्वांचल यूपी में है, जहां पिछले दिनों हजारों करोड़ रुपए की विकास योजनाओं का शुभारंभ हुआ है।
यूपी का जातीय समीकरण
गैर यादव ओबीसी 34%
मुस्लिम 18%
ब्राह्मण 11%
जाटव 11%
यादव 9%
गैर जाटव 9%
राजपूत 7%
अन्य 1%
सीएम पद के लिए 55 फीसदी लोगों की पसंद योगी आदित्यनाथ हैं, जबकि महज 2 फीसदी लोग कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा को सीएम के रूप में देखना चाहते हैं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव 31% लोगों का पसंदीदा चेहरा हैं, जबकि 10 फीसदी लोगों की पसंद मायावती हैं।