भारत के साथ संबंधों को लेकर अमेरिका ने दिया बड़ा बयान, अब पहले जैसे नहीं रहे रिश्ते
वॉशिंगटन
यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध के ऐलान के बाद से ही तमाम पश्चिमी देश रूस पर अलग-अलग तरह के आर्थिक प्रबंध लगा चुके हैं, तमाम कंपनियों ने रूस में अपना बिजनेस बंद कर दिया है। युनाइटेड नेसंश में भी रूस को अलग-थलग करने की कोशिश जारी है। लेकिन इन तमाम सियासी उठापटक के बीच भारत ने इस पूरे मुद्दे पर तटस्थ रुख अख्तियार कर रखा है। भारत के इस रूख से अमेरिका ने नाराजगी भी जाहिर की है। अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि अमेरिका के लिए भारत अब अलग-अलग मुद्दों पर पसंद का साथी है।
नेड प्राइस ने कहा कि साझा हितों की बात आती है तो अमेरिका भारत का सहयोगी है, लेकिन अब हालात बदल चुके हैं, अब अमेरिका के लिए भारत पसंद का साथी है। गौर करने वाली बात है कि इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी रूस को लेकर भारत के रुख पर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि रूस के खिलाफ पश्चिमी देशों ने आर्थिक प्रतिबंध लगाए लेकिन भारत का इस पूरे मामले में रूख काफी हद तक अस्थिर रहा है। बाइडेन ने कहा कि क्वाड में जापान और ऑस्ट्रेलिया ने राष्ट्रपति पुतिन के खिलाफ आक्रमणकारी रवैया दिखाया और उनका रुख काफी सख्त रहा। लेकिन भारत एक अपवाद के रूप में रहा और उसका इस पूरे मुद्दे पर ढुलमुल रवैया रहा है।