राम मंदिर के साथ ही बनकर तैयार हो जाएगा योगी का ये ड्रीम प्रोजेक्ट
लखनऊ
उत्तर प्रदेश में अयोध्या हमेशा से सरकार के एजेंडे में शामिल रहा है। खासतौर से उस समय जब बीजेपी की सरकार हो। अयोध्या में चल रहे विभिन्न प्रोजेक्ट को लेकर सरकार अपने स्तर पर तैयारियां चला रही है लेकिन उसमें भी कुछ ऐसी परियोजनाएं हैं जो सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल होती हैं। उसी तरह का प्रोजेक्ट अयोध्या में बन रहे श्रीराम एयरपोर्ट का है। योगी सरकार की कोशिश है कि आने वाले आम चुनाव से पहले जैसे ही राम मंदिर निर्माण का काम समाप्त होगा वैसे ही यहां मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम एयरपोर्ट का काम भी पूरा हो जाएगा। इसको लेकर सरकार ने अपनी तैयारियों को अमली जामा पहनाने का काम शुरू कर दिया है।
केंद्रीय उड्डयन मंत्रालय और यूपी सरकार के बीच हुई लीज केंद्रीय उड्डयन मंत्रालय और यूपी सरकार के बीच हुई लीज दरअसल मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम इण्टरनेशनल एयरपोर्ट, अयोध्या के प्रथम चरण के विकास के लिए राज्य सरकार द्वारा क्रय की गयी 317.855 एकड़ भूमि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को हस्तांतरित की गयी। इसके लिए प्रदेश के नागरिक उड्डयन विभाग एवं भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के मध्य लीज एग्रीमेण्ट का निष्पादन किया गया। मुख्यमंत्री जी की उपस्थिति में अपर मुख्य सचिव नागरिक उड्डयन एवं भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष के मध्य लीज एग्रीमेण्ट दस्तावेजों का आदान-प्रदान किया गया।
अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि अंतरराष्ट्रीय प्रोजेक्ट की होगी शुरुआत अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि अंतरराष्ट्रीय प्रोजेक्ट की होगी शुरुआत इसपर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की पावन स्मृतियों को समर्पित होने वाले अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के निर्माण की प्रक्रिया की आज शुरुआत हुई है। इस शुरुआत के अवसर पर प्रदेश सरकार के नागरिक उड्डयन विभाग व भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के मध्य भूमि लीज एग्रीमेंट की कार्यवाही सम्पन्न होना अत्यन्त अभिनन्दनीय पहल है। उन्होंने भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को राज्य सरकार के साथ समयबद्ध ढंग से इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए हृदय से धन्यवाद दिया। अयोध्या का हवाई कनेक्टिविटी से जुड़ना काफी अहम अयोध्या का हवाई कनेक्टिविटी से जुड़ना काफी अहम सीएम ने कहा कि आज बासन्तिक नवरात्रि की पावन तिथि है। नवरात्रि की पावन तिथि भारत की सनातन परम्परा में ऊर्जा के संचार की तिथि के रूप में मानी जाती है। ऊर्जा एक सकारात्मक विकास का प्रतीक भी है।
विकास का यह प्रतीक अयोध्या जैसी पावन नगरी के साथ जुड़ा हो, तो देश व दुनिया को प्रफुल्लित करता है। उन्होंने कहा कि आज हमारे लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण दिन है। जब भारत की एक प्रमुख प्राचीन नगरी अयोध्या, जिसे भारत के आस्थावान नागरिक एक पवित्र नगरी के रूप में देखते हैं, उसे वायु सेवा से जोड़ा जा रहा है।