एक साथ हुई शादी और निकाह, पहले बाराती-फिर घराती बने शिव-साधना
- सीहोर जिले के नसरूल्लागंज मेें मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत 463 जोड़ों की हुई शादियां

सीहोर। मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह योजना की एक बार फिर शुरूआत हो गई। प्रदेश में पहले सत्ता परिवर्तन फिर कोरोनाकाल के कारण पिछले लगभग तीन सालों सेे सामूहिक विवाह सम्मेलन नहीं हो सके थेे, लेकिन 21 अप्रैल सेे सीहोर जिले के नसरूल्लागंज में फिर से इसकी शुरूआत हुई। इसमें एक ही मंडप के नीचेे जहां शादियां एवं निकाह हुआ तोे वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौैहान एवं उनकी धर्मपत्नी साधना सिंह ने बाराती एवं घराती की भूमिका भी निभाई।
नसरूल्लागंज में मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह योजना के तहत 463 जोड़े शादी के बंधन में बंधे। इसमें एक दिव्यांग जोड़ा, 45 मुस्लिम जोड़े सहित 417 अन्य जोड़ों की विधि-विधान से शादी की रस्म अदायगी कराई गई। सामूहिक विवाह सम्मेलन मेें विभिन्न जातियों एवं समाज के जोड़ोें की शादियां हुईं। इसके लिए जिला प्रशासन की करीब एक माह से तैैयारियां चल रहीं थीं। सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन नसरूल्लागंज केे शासकीय महाविद्यालय मैदान पर आयोजित किया गया। इसके लिए वर-वधु पक्ष के रहनेे के लिए अलग-अलग स्थानों पर व्यवस्थाएं की गईं थीं।
पहले बाराती, फिर घराती बने शिव-साधना-
सामूहिक विवाह सम्मेलन में वर-वधु को आशीर्वाद देने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी धर्मपत्नी साधना सिंह केे साथ पहुंचे थे। शाम को करीब 6 बजे उनका हेलीकाप्टर विवाह स्थल के पास उतरा। यहां सेे वे मंडी प्रांगण में पहुंचे और खुली जीप में सवार होकर पहले बाराती बनेे। इस दौरान नरसिंहगढ़ से आए बैंड की धुनों पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नेे बाराती होने का फर्ज निभाया औैर गाड़ी से उतरकर जमकर डांस भी किया। मंडी प्रांगण से विवाह स्थल तक की करीब दो किलोमीटर की बारात लेेकर पहुंचे शिव-साधना ने फिर घराती होने का फर्ज निभाया। मंच से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौैहान, उनकी धर्मपत्नी साधना सिंह, स्वास्थ्य एवं सीहोर जिले के प्रभारी मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी, सांसद रमाकांत भार्गव, भाजपा के वरिष्ठ नेता गुरूप्रसाद शर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष रवि मालवीय सहित अन्य अतिथियों ने मंच से दूल्हों पर पुष्प वर्षा की।
माता-पिता बेटियों की शादी की करें तैयारी, मामा पूरी करेगा सारी जिम्मेदारी-
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि माता-पिता अपनी बेेटियोें की शादी की तैयार करें, उनकी पूरी जिम्मेदारी उनका मामा शिवराज सिंह पूरा करेगा। उन्होंने कहा कि सभी बेटियों के सुखमय वैवाहिक जीवन के लिए हर संभव मदद की जाएगी। उन्होंने सभी जोड़ों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि सभी बेटियां मेरी भांजी हैं इस रिश्ते से यहां आए सभी दूल्हे मेरे दामाद हैं, इसलिए मैंने सभी दूल्हों का फूल बरसाकर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि पूरा नसरुल्लागंज बराती और घराती बना हुआ है और पूरा नसरुल्लागंज मंडप जैसा सजा है। यह एक मनोरम और बहुत ही अद्भुत नजारा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से पूरे प्रदेश में सामूहिक विवाह सम्मेलन प्रारम्भ हो गए हैं। अब मुख्यमंत्री कन्या विवाह के तहत राशि बढ़ाकर 55 हजार कर दी गई है। इसमें 11 हजार राशि बेटी के खाते में जमा की जा रही है, साथ ही गृहस्थी का जरूरी सामान दिया जा रहा है। जिसमें एलईडी टीवी, सीलिंग फैन, साड़ियां, मेकअप बॉक्स, आभूषण, बर्तन सेट भी दिया जा रहा है। सभी जोड़ों को पलंग भी दिया जाएगा।
मंत्रोच्चार के साथ संपन्न हुआ विवाह-
पुरोहित द्वारा मंत्रोच्चार के साथ विवाह संस्कार संपन्न कराया गया। सभी वर-वधु एक-दूसरे को वरमाला पहनाने और सात फेरों के साथ ही विवाह सूत्र में बंध गए। इधर एक ही मंडप के नीचेे विवाह औैर निकाह दोनोें हो रहे थेे। इधर ब्राम्हणों द्वारा मंत्रोच्चार किया जा रहा था, तोे इधर निकाह भी पढ़ा जा रहा था।
उपहार सामग्री का वितरण-
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत 21 अप्रैल को आयोजित विवाह सम्मेलन में प्रति हितग्राही बेटी को 55 हजार रुपए के प्रावधान में 38 हजार रुपए की सामग्री एवं 11 हजार रुपए का चेक दिया गया। इसमें 6 हजार रुपए आयोजन व्यय भी शामिल है। उपहार सामग्री का वितरण सुबह केे समय कर दिया गया।
दिव्यांग जोड़े को तीन लाख रूपए की मदद-
कन्या विवाह सम्मेलन मे मुख्यमंत्री ने दिव्यांग जोड़े अंसार खान और रिजवाना को तीन लाख रूपए देने की घोषणा की। इसमें दो लाख रूपए योजना के तहत तथा एक लाख रूपए अपनी ओर से देने की घोषणा की। कार्यक्रम को सांसद रमाकांत भार्गव तथा प्रभारी मंत्री डॉक्टर प्रभुराम चौधरी ने भी संबोधित किया और वर-वधू को शुभ आशीष दिया।
दोे घंटे तक फंसे रहे वाहन-
कार्यक्रम समाप्त होने के बाद उपस्थित लोगों के जानेे का सिलसिला शुरू हुआ, लेकिन नीलकंठ रोेड पर दो घंटे तक वाहन रैंगते रहे। पुलिस द्वारा लगातार प्रयास किए गए, लेकिन वाहनों को निकलने में लंबा समय लगा। दरअसल मुख्य मार्ग से आयोजन स्थल तक एवं आगे तक सड़क किनारेे वाहन लगेे हुए थे। जैसेे ही कार्यक्रम समाप्त हुआ तोे लोग वहां से एक साथ निकले। इसके चलते मुख्य मार्ग सहित नीलकंठ रोेड पर लंबा जाम लग गया। हालांकि बाद में पुलिस ने जाम को खुलवाया और वाहन निकल सके।