रेत कंपनी ने बंद किया काम तो बेरोजगार हुए ग्रामवासी-मजदूर
- अवैध रेत कारोबारियों ने बंद कराया था कंपनी का काम, ग्रामवासियों एवं मजदूरों को मिलता है रोजगार, चार दिनों तक काम बंद रहने से बेरोजगार हो गए थे कई मजदूर
रेहटी। जिले में रेत के काम में लगी पॉवरमेक कंपनी ने अवैध रेत कारोबारियोें एवं कुछ ग्रामवासियों की शिकायत के बाद जाजना रेत खदान पर काम बंद कर दिया। इसका असर यह हुआ कि यहां पर काम कर रहे मजदूर एवं गांव के लोग बेरोजगार हो गए। इन लोगों ने तहसीलदार, जिला खनिज अधिकारी सहित थाना प्रभारी को आवेदन देकर फिर से रेत कंपनी का कार्य शुरू करवाने की अपील की है, ताकि उन्हें रोजगार मिल सके औैर उनके परिवार का भरण-पोषण हो सके।
जिलेभर की सभी रेत खदानों पर पॉवरमेक कंपनी द्वारा कार्य किया जा रहा है। इनमें से सबसेे ज्यादा रेत खदानें रेहटी तहसील के अंतर्गत आती हैं। इनमें से एक रेत खदान ग्राम पंचायत मट्ठागांव के अंतर्गत जाजना भी है। जाजना की रेत खदान से पॉवरमेक कंपनी द्वारा रेत निकाली जा रही है। इसको लेकर पिछले दिनों अवैध रेत कारोबारियों ने शिकायत की थी कि कंपनी द्वारा अवैध तरीके से रेत निकाली जा रही है। शिकायत में यह भी उल्लेख किया था कि कंपनी द्वारा मशीनों के माध्यम सेे रेत निकाली जा रही है। इस शिकायत के बाद कंपनी द्वारा काम बंद कर दिया गया था, लेकिन कंपनी के काम बंद करने से यहां केे सैकड़ोें मजदूर एवं ग्रामवासी बेरोजगार हो गए। दरअसल रेत निकालनेे एवं एकत्रित करने के लिए बड़ी संख्या में मजदूर लगे हुए हैं। इनको कंपनी द्वारा मजदूरी दी जाती है, जिससे इनके परिवार का भरण-पोषण भी चलता है।
अवैध रेत कारोबारियों पर लगाया अंकुश-
सीहोर जिले में रेत का बड़ा कारोबार चलता है। यहां से रेत कई शहरों एवं स्थानों में भेजी जाती है। रेत के काम में कई अवैध कारोबारी भी लगे हुए हैं, जो दिन-रात ट्रेक्टर-ट्रॉली से रेत ढोते हैं। इसकी ये लोग कंपनी से रायल्टी भी नहीं लेते हैं। जबकि नियमानुसार रॉयल्टी लेने के बाद ही रेत भरी जाती है। पॉवरमेक कंपनी द्वारा इन अवैध रेत कारोबारियों पर अंकुश लगाया गया है। इसके लिए कई स्थानों पर जांच चौकियां भी बनाई गई हैं, जहां पर खनिज विभाग के अमले के साथ ही कंपनी के कर्मचारियोें की तैनाती भी की गई है। इसके चलते इन अवैध रेत कारोबारियों का काम चौपट हो गया है।
खनिज विभाग के अमले पर भी हमला-
अवैध रेत ढोने के काम में लगे इन कारोेबारियोें ने पिछले दिनों खनिज विभाग के अमले पर भी हमला बोला था। इसके कारण खनिज विभाग की टीम के कर्मचारी घायल भी हुए थे। ये अवैध रेत कारोबारी बिना रॉयल्टी चुकाए रेत ढोते हैं, जिसके कारण सरकारी खजाने को भी चपत लगती है।