रूसी सैनिक को युद्ध अपराधी करार ,उम्रकैद की सजा
कीव
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को 90 दिन हो गए हैं। यूक्रेन ने पहला युद्ध अपराध का मुकदमा 21 साल के एक सैनिक पर चलाया। अब कीव के एक कोर्ट ने वादिम शिशिमरीन नाम के इस रूसी सैनिक को युद्ध अपराधी करार देते हुए उम्र कैद की सजा सुनाई है।
शिशिमारिन ने 62 साल के एक निहत्थे शख्स पर गोली चलाई थी। वह 28 फरवरी को यूक्रेन के एक गांव में चोरी की कार से घूम रहा था। उसने एक बूढ़े यूक्रेनी नागरिक को देखा और खिड़की से बंदूक निकालकर गोली मार दी। बता दें कि 24 फरवरी को रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था। यानी युद्ध शुरू होने के चार दिन बाद ही यह घटना घटी थी।
कीव में सजा पर फैसला सुनाए जाने के दौरान भी शिशिमारीन मौजूद था। उसे कांच के चेंबर में बैठाया गया था। उसे एक ट्रांसलेटर भी दिया गया था।
यूक्रेन में रूस ने तेज किए हमले
पोलैंड के राष्ट्रपति के यूक्रेन की यात्रा पर पहुंचने के बीच रूस ने रविवार को पूर्वी यूक्रेन के डोनबास में हमले तेज कर दिए। वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि इस युद्ध का परिणाम यह तय करेगा कि उनके देश का भविष्य पश्चिम के साथ जुड़ा है या यह मॉस्को के कब्जे में होगा। जेलेंस्की ने शनिवार रात को जारी वीडियो संदेश में डोनबास के हालात को बेहद मुश्किल करार दिया। हालांकि, जेलेंस्की ने इस तथ्य की ओर इशारा किया कि युद्ध के 87वें दिन भी यूक्रेनी बल मजबूती से रूसी सैनिकों का मुकाबला कर रहे हैं।
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा, ''हम उस दिन के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं, जो विजय दिवस होगा।'' यूक्रेन में युद्ध शुरू होने के बाद से पोलैंड में लाखों यूक्रेनी शरणार्थी गए हैं। पोलैंड यूरोपीय संघ में शामिल होने की यूक्रेन की इच्छा का बड़ा समर्थक है। रूस ने यूक्रेन के बंदरगाहों को बाधित कर दिया है, ऐसे में युद्धग्रस्त देश में पश्चिमी देशों की ओर से मानवीय मदद एवं हथियार पोलैंड के जरिये भेजे जा रहे है।