बीजेपी अब वेस्ट यूपी को साधेगी, स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी देकर जाट लैंड का ‘खेल’ बदलेंगे पीएम मोदी?
नई दिल्ली
पूर्वी उत्तर प्रदेश को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और कानपुर मेट्रो जैसे सौगात देने के साथ कई रैलियों के जरिए पीएम मोदी ने यहां भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की तो अब भगवा पार्टी अब पश्चिमी यूपी को साधने में जुट गई है। इसकी शुरुआत पीएम मोदी 2 जनवरी के मेरठ दौरे से होगी। 1857 की क्रांति भूमि और राजनीतिक रूप से बेहद अहम मेरठ में पीएम मेजर ध्यान चंद स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की नींव रखेंगे। प्रधानमंत्री कार्यलाय की ओर से कार्यक्रम की पुष्टि की गई है। करीब 700 करोड़ रुपए की लागत से इस यूनिवर्सिटी का निर्माण होगा, जिसे सरधना कस्बे के सालावा और कैली गांव में बनाया जाएगा। यह विश्वस्तरीय खेल सुविधाओं वाली देश की पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी होगी। सरकार को उम्मीद है कि मेरठ में मेजर ध्यानचंद स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की स्थापना से देश में खेल संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा। पश्चिमी यूपी के साथ ही देश के युवा खिलाड़ियों के लिए यह तोहफा होगा। इस खेल यूनिवर्सिटी में आधुनिक हॉकी मैदान, फुटबॉल मैदान, बास्केटबॉल/वॉलीबॉल/हैंडबॉल और कबड्डी मैदान होगा। लॉन टेनिस कोर्ट, जिमनैजियम हॉल, सिंथेटिक रनिंग स्टेडियम, स्विमिंग पूल, बहुउद्देशीय हॉल और एक साइकिलिंग वेलोड्रोम भी बनाया जाएगा। विश्वविद्यालय में 540 महिला और 540 पुरुष खिलाड़ियों सहित 1,080 खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने की क्षमता होगी।
वेस्ट यूपी में बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती
पश्चिमी यूपी में इस बार बीजेपी के लिए चुनौती अधिक है। तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चले आंदोलन का गढ़ रहे पश्चिमी यूपी में किसानों की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा जाट लैंड में मुजफ्फरनगर दंगे के बाद जिस तरह जाटों और मुस्लिम वोटों को लेकर ध्रुवीकरण हुई थी उसका भी पिछले चुनाव में बीजेपी को फायदा मिला था। हालांकि, इस बार किसान आंदोलन के नाम पर जाटों और मुसलमानों को एक बार फिर संगठित होने की बात कही जा ही है। रालोद से गठबंधन के बाद समाजवादी पार्टी यहां बढ़त लेने की कोशिश में जुटी है तो बीजेपी कानून व्यवस्था और कैराना में पलायन जैसी घटनाओं को याद दिलाकर वोटरों को अपने पक्ष में खींचने की कोशिश कर रही है।