विदेश

इंडोनेशिया के लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रवासी भारतीय सम्मेलन में इंदौर आने का दिया निमंत्रण

इंदौर ।    इंडोनेशिया (बाली) में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में इंदौर की सफाई में छह बार नंबर रहने की गूंज भी सुनाई थी। इस सम्मेलन में हिस्सा लेने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वहां रह रहे भारतीय नागरिकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने भारतीयों को कहा कि वह अगले साल इंदौर में होने वाले प्रवासी भारतीय सम्मेलन में हिस्सा लें। साथ ही उन्होंने इंदौर के स्वच्छता की भी तारीफ की। इस आयोजन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इंडोनेशिया के निवेशकों व व्यवसायियों को नौ जनवरी को इंदौर में हाेने वाले प्रवासी भारतीय सम्मेलन में आने के लिए निमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि इंदौर भारत का वो शहर है जो स्वच्छता में पिछले छह बार से नंबर वन है। इसलिए आप इस कार्यक्रम में अवश्य आए। यदि आप अपने निजी कार्य से आ रहे है तो उसके साथ अप्रवासी भारतीय सम्मेलन के कार्यक्रम को भी जोड़िए। अपने परिवार के सदस्यों के साथ अन्य लोगों के साथ भी इंदौर आए। उन्होंने कहा कि इंदौर में आने के दो दिन बाद अहमदाबाद में पतंग महोत्सव के कार्यक्रम में भी शामिल हो।

18 जनवरी को इंदौर में भी संभावित है जी-20 देशों के प्रतिनिधयों की बैठक

विश्व के प्रमुख देशों की जी-20 सम्मेलन सितंबर 2023 में नई दिल्ली में होना है। इसके पहले देश के अलग-अलग शहरों में जी-20 देशों के प्रतिनिधियों की बैठकें अलग-अलग विषयों पर आयोजित होगी। इनमें से एक बैठक इंदौर में भी 18 जनवरी को प्रस्तावित है। इस बैठक में विदेश के प्रतिनिधियों के साथ 60 से 70 अधिकारी आएंगे। ऐसे में निगम द्वारा इस बैठक के लिए भी तैयारियां शुरू कर दी है। इस आयोजन के दौरान आने वाले मेहमानों को शहर की स्वच्छता के लिए किए कार्यो को दिखाने के साथ कार्यक्रम का इंतजाम निगम करेगा।

छह बार से स्वच्छता में नंबर-1 है इंदौर

स्वच्छ सर्वेक्षण में इंदौर शहर विगत छह वर्षो से नंबर 1 के स्थान पर आ रहा है। इंदौर शहर में गीले-सूखे कचरे के अलावा प्लास्टिक, हानिकारक व इलेक्ट्रिक कचरा सहित अन्य कचरे को अलग-अलग किया जा रहा है। इसके अलावा शहर के ट्रेंचिंग ग्राउंड में 550 टन गीले कचरे से बायो सीएनजी गैस तैयार की जा रही है। इसके अलावा तोड़े गए भवन व निर्माण के मलबे से ईंट व पेव्हर बनाए जा रहे है। इसके अलावा सूखे कचरे के पृथकीकरण का प्लांट भी संचालित किया है। इंदौर में सीवरेज की स्लज से कोबाल्ट सोर्स का इस्तेमाल कर खाद भी बनाई जा रही है।

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