बढ़ते मरीजों के बीच चीन में खून के लिए हाहाकार, जिंदगी बचाने के लिए रक्तदान की गुहार..
चीन में एक बार फिर कोरोना महामारी ने अपना विकराल रूप धारण कर लिया है। संक्रमण मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, जिसके कारण अस्पतालों में न तो मरीजों के लिए बेड बचे हैं और न ही दवाइयां। इसी बीच अब चीन से एक डरा देने वाली रिपोर्ट सामने आई है।द ग्लोबल टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के शहरों में स्थित ब्लड बैंक्स में खून की भारी कमी हो गई है। ब्लड बैंक में लगातार हो रही खून की कमी को लेकर चीन ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है। इसके अलावा लोगों को सख्त दिशानिर्देशों के तहत सक्रिय रूप से रक्तदान करने का आह्वान भी किया है।
चीन में कोविड का खतरनाक वेरिएंट BF.7 वेरिएंट अब भारत समेत दुनिया के कई देशों में फैल चुका है। वहीं डॉक्टरों ने दावा किया है कि चीन में 10 करोड़ (100 मिलियन) लोग संक्रमित हो चुके हैं और करीब 10 लाख (एक मिलियन) लोगों की कोरोना से मौत हो सकती है।
अस्पताल में बढ़ रही मरीजों की संख्या
शेडोंग रक्त केंद्र के मुताबिक, अस्पताल में अलग-अलग मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है जिसके कारण प्रांत में सबसे अधिक केंद्रित चिकित्सा संसाधनों वाले जिनान को ब्लड कलेक्शन और स्पलाई करने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। शेडोंग ब्लड सेंटर के मुताबिक कई दिनों से ब्लड ग्रुप ए और ओ के स्टॉक को रेड अलर्ट लेवल पर रखा गया है। केंद्र के अनुसार, यह भविष्यवाणी की गई है कि ब्लड बैंक्स में खून की भारी कमी होने के कारण गंभीर कठिनाइयों का सामना करने की संभावना हो जाएगी।
ग्लोबल टाइम्स ने वित्तीय मीडिया प्लेटफॉर्म Yicai.com का हवाला देते हुए कहा कि ब्लड की कमी के कारण देश के कुछ हिस्सों में गर्भवती महिलाओं और गंभीर रूप से बीमार रोगियों के लिए खतरा पैदा हो गया है। बता दें कि क्लिनिकल ब्लड उपयोग की मांग को पूरा करने के लिए ग्वांगडोंग प्रांत को हर दिन लगभग 1,200 ब्लड डोनर्स की आवश्यकता होती है।
इन कारणों से हो रही चीन में खून की कमी
ग्वांग्झू ब्लड सेंटर ने कहा कि कोविड-19 मामलों में वृद्धि के साथ-साथ ठंडे मौसम के कारण ब्लड बैंक्स में खून की कमी निम्न स्तर तक गिर गई है। ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, चीन उन निवासियों को N95 मास्क और एंटीजन परीक्षण किट दान करेगा जो लोगों को अपना बल्ड डोनेट करना चाहते हैं। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने 17 दिसंबर को रक्तदान पर संशोधित दिशानिर्देशों की घोषणा की। नए दिशानिर्देशों में ठीक हुए कोविड-19 रोगियों को रक्तदान करने की अनुमति दी गई है।