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महंगाई की मार, मैगी, कॉफी के दाम में हुई बढ़ोतरी, HUL-नेस्ले ने सभी उत्पादों के दाम बढ़ाए

नई दिल्ली
हिंदुस्तन यूनिलीवर लिमिटेड और नेस्ले ने अपने उत्पादों के दामों में बढ़ोतरी का ऐलान किया है। जिसके बाद इन दोनों कंपनियों की चाय, कॉफी, नूडल्स आदि महंगे हो जाएंगे। इन कीमतों में बढ़ोतरी 14 मार्च से ही लागू हो गई है। नए दाम लागू होने के बाद ब्रू कॉफी के दाम में 3-7 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। जबकि ब्रू गोल्ड कॉफी के दाम में 3-4 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है, जबकि ब्रू इंस्टैंट कॉफी में 3-6.66 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। इसके साथही ताज महल चाय के दाम में 3.7 से 5.8 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है।
 

मैगी के हर पैक के दाम बढ़े
ब्रुक बॉन्ड ने भी अपने दाम में 1.5-14 फीसदी की बढ़ोतरी की है। नए ऐलान के बाद एचयूएल ने कहा है कि बढ़ती महंगाई की वजह से उसने अपने उत्पादों के दाम में बढ़ोतरी का फैसला लिया है। इसके साथ ही नेस्ले इंडिया ने भी अपने उत्पादों के दाम में बढ़ोतरी का ऐलान किया है। जिसके बाद मैगी के दाम में 9-16 फीसदी की बढ़ोतरी होगी। वहीं मिल्क पाउडर और कॉफी पाउडर के दाम में भी बढ़ोतरी की गई है। नए ऐलान के बाद 70 ग्राम मैगी मसाला नूडल्स के दाम 12 रुपए से बढ़कर 14 रुपए हो गए हैं। वहीं 140 ग्राम मैगी के दाम में 3 रुपए या 12.4 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। इसके अलावा 560 ग्राम मैगी के दाम में 9.4 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। ऐसे में आपको अब 96 रुपए वाली मैगी के लिए 105 रुपए देने होंगे।

नेस्ले की कॉफी हुई महंगी
नेस्ले के एक लीटर मिल्क कार्टन के दाम में 4 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है यानि अब आपको एक लीटर के लिए 3 रुपए अतिरिक्त देने पड़ेंगे। वहीं नेस्कैफे क्लासिक कॉफी पाउडन के दाम में 7 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। 25 ग्राम क्लासिक पैक के दाम में 2.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जिसके बाद आपको इसके लिए 78 की जगह 80 रुपए देने होंगे। वहीं नेस्कैफे के 50 ग्राम पै के लिए आपको 145 की जगह 150 रुपए देने होंगे।

खाद्य तेलों में बढ़ोतरी
भारतीय उपभोक्ताओं के लिए महंगाई की यह मार चौतरफा है। पहले से ही लोग महंगे खाद्य तेलों की मार से जूझ रहे थे। जिस तरह से रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है उसके बाद खाद्य तेलों के दाम और अन्य खाद्य पदार्थों के दाम में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स की बात रें तो यह पिछले सात महीनों के उच्चतम स्तर पर है और जनवरी 2022 में यह 6.01 फीसदी तक पहुंच गया। जोकि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के कंफर्ट जो 6 से थोड़ा अधिक है।

कच्चा माल हुआ महंगा
महंगाई दर में बढ़ोतरी की वजह से एमएफसीजी कंपनियों को कच्चे माल के लिए अधिक भुगतान करना पड़ रहा है, जिसकी वजह से उत्पादों के दाम में भी बढ़ोतरी की गई है। प्रभुदास लीलाधर के इंस्टिट्यूशनल इक्विटीज के डायरेक्टर अमनीश अग्रवाल ने कहा कि पॉम तेल, कॉफी, दूध, पैकिंजिंग आदि में मार्जिन कम हुआ है। इन सभी चीजों के दाम में बढ़ोतरी की वजह से उत्पादों के दाम में बढ़ोतरी किए जाने के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं था क्योंकि मार्जिन को बचाने के लिए यह अहम कदम है।

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