छत्तीसगढ़

किसान कर रहे हैं गौठानों में पैरादान

बेमेतरा : सुराजी गांव योजना के अन्तर्गत गौठान में मवेशियों के लिए चारे की व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आव्हान पर जिले के किसान स्वयं आगे आकर गौठानों में पैरादान कर रहे हैं। पर्यावरण को स्वच्छ एवं सुरक्षित रखने के साथ ही पैरादान से गौठान में आने वाले पशुओं हेतु चारे की पर्याप्त उपलब्धता हो रही है। कलेक्टर जितेन्द्र कुमार शुक्ला की अपील पर  किसान स्वस्फूर्त गौठान में पैरा दान कर रहे हैं। जनपद पंचायत के सीईओ द्वारा भी किसानों को पैरादान करने हेतु प्रेरित किया जा रहा है। कल बेरला में आयोजित जिला स्तरीय जनचौपाल शिविर में बेरला के किसान संतोष नेताम गोपाल साहू, मुकुंद चंद जैन, विजय जैन, हर्षद जैन, कमल किशोर माहेश्वरी, भूषण ठाकुर, शैलेन्द्र भट्टर सहित अन्य किसानों ने एक-एक ट्रैक्टर-ट्राली पैरादान किया। विधायक एवं कलेक्टर बेमेतरा द्वारा इन किसानों का सम्मान किया गया।  
गौरतलब है कि खरीफ फसलों के बाद रबी फसल की तैयारी हेतु पराली को जला देना एक अनियंत्रित दहन प्रक्रिया है, जिसके कारण कई प्रकार के ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन, ग्लोबल वार्मिंग, जैव विविधता का हनन, मानव व पशुओं के लिए स्वास्थ्य संबंधी खतरा, कार्बन का नुकसान, भूमि की उर्वरा शक्ति का नाश, भूमिगत सूक्ष्म जीव एवं लाभप्रद जीवों की मृत्यु हो जाती है। भूमि की उपजाऊ क्षमता कम होने के कारण फसलों का उत्पादन भी कम हो जाता है। सुराजी ग्राम योजना के तहत निर्मित गौठानो में पैरादान से यह समस्या दूर हो रही है। पैरा दान से पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य के साथ ही जैविक खाद निर्माण, मवेशियों के लिए चारे की उपलब्धता भी आसान हुई है।

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