भारतीय खेल प्राधिकरण ने दी 10 नए खेलो इंडिया सेंटर की मंजूरी, अब प्रदेश में कुल 24 सेंटर…
छत्तीसगढ़| छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ओर से खेलों को बढ़ावा देने की पहल को एक और बड़ी सफलता मिली है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर छत्तीसगढ़ के खेल एवं युवा कल्याण विभाग के प्रस्ताव पर भारतीय खेल प्राधिकरण साई यानी (Sports Authority of India) ने छत्तीसगढ़ में खेलो इंडिया स्कीम के तहत दस नए खेलो इंडिया लघु केन्द्रों की स्थापना की मंजूरी दी है।
छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ओर से खेलों को बढ़ावा देने की पहल को एक और बड़ी सफलता मिली है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर छत्तीसगढ़ के खेल एवं युवा कल्याण विभाग के प्रस्ताव पर भारतीय खेल प्राधिकरण साई यानी (Sports Authority of India) ने छत्तीसगढ़ में खेलो इंडिया स्कीम के तहत दस नए खेलो इंडिया लघु केन्द्रों की स्थापना की मंजूरी दी है। ये दसों केन्द्र अलग-अलग जिलों में एक-एक खेल के लिए खोले जाएंगे।
भारतीय खेल प्राधिकरण ने हॉकी, कुश्ती, फुटबाल, कबड्डी और तीरंदाजी के लिए खेलो इंडिया लघु केन्द्र की मंजूरी दी गई है। इन केन्द्रों की स्थापना के लिए भारतीय खेल प्राधिकरण वित्तीय सहायता भी प्रदान करेगा। छत्तीसगढ़ में अब खेलो इंडिया स्कीम के तहत कुल केंद्रों की संख्या 24 हो गई है।
सीएम ने जताई प्रसन्नता
मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ में 10 नए खेलो इंडिया केन्द्र की मंजूरी मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों को अपनी खेल प्रतिभा को निखारने का अच्छा अवसर प्राप्त होगा। आने वाले समय में ये खिलाड़ी न सिर्फ राज्य में बल्कि राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी प्रदेश और देश का नाम रौशन करेंगे। उन्होंने कहा कि यह ‘खेलबो जीतबो गढ़बो नवा छत्तीसगढ़’ की परिकल्पना को साकार करने में एक और सार्थक कदम सिद्ध हुआ है।
भेजा था प्रस्ताव
छत्तीसगढ़ के खेल एवं युवा कल्याण विभाग संचालनालय ने विभिन्न खेलों की खेलो इण्डिया सेंटर प्रारंभ करने का प्रस्ताव भारतीय खेल प्राधिकरण को भेजा गया था, जिसमें बस्तर में हॉकी, धमतरी में कुश्ती, जांजगीर चांपा में हॉकी, कोरबा में फुटबॉल, बलरामपुर में फुटबॉल, बेमेतरा में कबड्डी, दंतेवाड़ा में तीरंदाजी, महासमुंद में तीरंदाजी, मुंगेली में फुटबॉल और सूरजपुर में फुटबॉल खेल की नए खेलो इंडिया लघु केंद्र स्वीकृत किए गए हैं। इससे पहले जिला नारायणपुर में मलखम्भ, बीजापुर में तीरंदाजी, शिवतराई बिलासपुर में तीरंदाजी, गरियाबंद में वालीबॉल, सरगुजा में फुटबॉल, जशपुर में हॉकी एवं राजनांदगांव में हॉकी की खेलो इण्डिया लघु केन्द्र खोलने की कार्यवाही प्रगति पर है।
अब तक पहले चरण के 7 जिलों में प्रत्येक जिले को लघु केन्द्र हेतु 7-7 लाख रूपए जारी किए जा चुके हैं। अन्य 7 स्वीकृत जिले बालोद में वेटलिफ्टिंग, बलौदाबाजार में फुटबॉल, दुर्ग में कबड्डी, कांकेर में खो-खो, रायपुर में वेटलिफ्टिंग, रायगढ़ में बैडमिंटन एवं सुकमा में फुटबॉल की राशि भारतीय खेल प्राधिकारण द्वारा दिया जाना प्रक्रिया में है।
खिलाड़ियों को मिलेगा
इस प्रकार राज्य के 24 जिलों में 24 खेलो इंडिया लघु केंद्र के माध्यम से खिलाड़ियों को प्रत्यक्ष रूप से लाभ मिलेगा। प्रत्येक खेल के स्थानीय सीनियर खिलाड़ियों को सेंटर से जोड़ा जाएगा, उन्हें प्रशिक्षक के रूप में कार्य करने के लिए मानदेय भी दी जाएगी। सभी खेलो इण्डिया सेंटर्स में बालक एवं बालिका खिलाड़ियों का बराबर प्रतिनिधित्व भी सुनिश्चित की जाएगी। इन सेंटर्स को भारतीय खेल प्राधिकरण के पोर्टल में पंजीकृत किया जाएगा।
जगदलपुर के पंडरीपानी हॉकी प्रशिक्षण केंद्र को मिली स्वीकृति
बस्तर की खेल प्रतिभाओं को उचित अवसर और प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए जगदलपुर के इंदिरा प्रियदर्शिनी खेल स्टेडियम, धरमपुरा स्थित क्रीड़ा परिसर और पंडरीपानी मेंअत्याधुनिक खेल अधिसंरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है। वहीं अब पंडरीपानी के हॉकी प्रशिक्षण केंद्र को अब भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा खेलो इंडिया के लघु प्रशिक्षण केंद्र के रूप में मान्यता प्रदान कर दी गई है। बस्तर जिला प्रशासन एवं खेल एवं युवा कल्याण विभाग की ओर से भारतीय खेल प्राधिकरण को बस्तर में खेलो इंडिया कार्यक्रम के तहत खेल प्रशिक्षण केंद्र प्रारंभ करने के प्रस्ताव को स्वीकृति मिली है। इस पर कलेक्टर चंदन कुमार ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए सभी खिलाड़ी और खेलप्रेमियों को बधाई दी।
हॉकी के प्रतिभाओं को मिलेगा मौका
जगदलपुर के निकट स्थित पंडरीपानी में संचालित हॉकी खेल प्रशिक्षण केंद्र को खेलो इंडिया के लघु केंद्र में मान्यता मिलने से हॉकी की नई प्रतिभाओं को निखारने के अवसर प्राप्त होंगे। प्रशिक्षणरत खिलाड़ियों के लिए शीघ्र ही प्रशिक्षक की नियुक्ति की जाएगी, जो भारतीय खेल प्राधिकरण के मापदंड के अनुसार प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। इस केंद्र में खेलो इंडिया कार्यक्रम के अंतर्गत 40 युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, जिसमें आधी बालिकाएं होंगी।