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चीन और सऊदी अरब रणनीतिक साझेदार और सच्चे मित्र हैं

बीजिंग| चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 8 दिसंबर को रियाद के रॉयल पैलेस में सऊदी अरब के राजा सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद से मुलाकात की और क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री मुहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद के साथ बातचीत की। दोनों पक्षों ने सर्वांगीण रणनीतिक साझेदारी को और आगे बढ़ाने पर सहमति प्राप्त की।

सऊदी अरब के समाचार पत्र रियाद पत्र की प्रधान संपादक हनी वफा ने एक टिप्पणी में कहा कि शी की यात्रा निस्संदेह दोनों देशों के विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को एक नए स्तर पर ले जाएगी और सऊदी अरब-चीन संबंधों के लिए और अधिक उज्‍जवल भविष्य दिखाएगी।

चीन और सऊदी अरब एक दूसरे से बहुत दूर हैं। लेकिन दोनों के बीच आवागमन का लंबा इतिहास रहा है। प्राचीन सिल्क रोड पर ऊंटों का दस्ता दोनों पक्षों की दोस्ती का गवाह था। वर्तमान में, सऊदी अरब के किंग अब्दुल अजीज पब्लिक लाइब्रेरी में चीनी प्राचीन छांगआन शहर से मक्का तक का पुराना नक्शा सुरक्षित है, जिसे चीन से लेकर पश्चिमी एशिया तक का सबसे पुराना नक्शा माना जाता है।

साल 2016 में शी चिनफिंग ने सऊदी अरब का दौरा किया था। इस दौरान दोनों देशों ने चौतरफा रणनीतिक साझेदारी की स्थापना की घोषणा की और एक उच्च स्तरीय संयुक्त समिति गठित करने का फैसला किया। 6 साल बाद सऊदी अरब फिर से शी चिनफिंग की मध्य-पूर्व यात्रा का पहला पड़ाव बना, और सर्वोच्च आतिथ्य प्राप्त किया। इस तरह का प्रबंधन दोनों देशों की मित्रता का जीता-जागता प्रतिबिंब है। दोनों देश न केवल रणनीतिक साझेदार हैं बल्कि सच्चे मित्र भी हैं।

वर्तमान समय में कुछ पश्चिमी देश एकपक्षवाद थोप कर दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में दखल देते हैं। इससे भू-राजनीतिक तनाव और बढ़ रहा है। चीन और सऊदी अरब की रणनीति और विकास अवधारणाएं एक-दूसरे के समान हैं। दोनों स्वाभाविक सहयोगी हैं। नई परिस्थितियों में, राजनीतिक विश्वास को गहरा करना, आर्थिक सहयोग बढ़ाना और दोनों पक्षों द्वारा सांस्कृतिक आदान-प्रदान को मजबूत करना न केवल दोनों देशों के विकास के हित में है बल्कि विश्व शांति और स्थिरता की रक्षा करने में भी मदद करता है।

सऊदी अरब के किंग सलमान ने कहा कि चीन का हित सऊदी अरब के हित में है। इस वाक्य ने व्यापक मीडिया का ध्यान आकर्षित किया। यात्रा के दौरान, दोनों पक्षों ने एक दूसरे के लिए मजबूत राजनीतिक समर्थन व्यक्त किया। वर्तमान जटिल अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्थिति में एक दूसरे के मूल हितों से जुड़े मुद्दों पर आपसी सहयोग प्रदान करना चीन-सऊदी अरब संबंधों के विकास को एक नए युग में सुनिश्चित करता है।

स्थानीय विश्लेषकों के अनुसार, चीन-सऊदी अरब की लगातार बढ़ती रणनीतिक साझेदारी दोनों देशों के लोगों के लिए अधिक आशा लाएगी और मध्य-पूर्व में शांति और स्थिरता बनाए रखने और विश्व विकास को बढ़ावा देने में अधिक योगदान देगी।

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