चीन के वुहान शहर में फिर फूटा कोरोना बम, कई मरीजों के मिलने के बाद हड़कंप, लगा लॉकडाउन
वुहान
चीन का वुहान शहर, जहां से सबसे पहले कोरोना का वायरस निकला था और फिर चीन की लापरवाही की वजह से पूरी दुनिया में फैल गया था, वहां एक बार फिर से कोरोना बम फूट पड़ा है, जिसने पूरी दुनिया में दहशत फैला दी है। रिपोर्ट के मुताबिक, वुहान शहर में कोरोना वायरस के कई मरीजों के मिलने के बाद शहर में सार्वजनिक परिवहनों को बंद करने के साथ साथ तमाम दुकान और मॉल्स बंद कर दिए गये हैं। चीन का वुहान शहर वही शहर है, जहां पहली बार कोरोना महामारी सामने आई थी।
वुहान शहर में फिर फूटा कोरोना
चीन के वुहान शहर के जियांगक्सिया जिले में कोरोना के चार मरीज मिले हैं और रिपोर्ट के मुताबिक, इस जिले की आबादी करीब 10 लाख है, जहां पर लॉकडाउन लगा दिया गया है और लोगों के एक साथ जमा होने पर पाबंदी लगा गई है और कृषि मंडियों को बंद कर दिया गया है। वहीं, सार्वजनिक मनोरंजन स्थलों को भी बंद कर दिया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, फिलहाल अधिकारियों को तीन दिनों के लिए अपने घरों से बाहर नहीं निकलने के लिए कहा गया है और यात्रा करने से बचने के लिए कहा गया है। आपको बता दें कि, वुहान शहर की आबादी करीब एक करोड़ 10 लाख है और नियमित जांच के दौरान कोरोना के 4 मरीज मिलने के बाद हड़कंप मच गया है।
चूंकी चीन इस धरती का सबसे बड़ा झूठा और रहस्यमयी देश है, इसीलिए पूरी दुनिया डरी हुई है, कि इस बार वुहान शहर से इस धरती पर कौन सा शैतान फैलेगा और दुनिया में कैसी तबाही मचाएगा। रिपोर्ट के मुताबिक, चीन की अति-सख्त "डायनेमिक COVID जीरो" नीति के तहत, देश भर के अधिकारियों ने उन क्षेत्रों में लाखों लोगों को प्रभावित करने वाले लॉकडाउन और बड़े पैमाने पर परीक्षण लागू किए हैं, जहां कुछ मुट्ठी भर संक्रमणों का भी पता चला है। जबकि, चीन दुनिया में सबसे कम COVID-19 मौतों का दावा करता है। चीन में एक भी कोविड मरीज मिलने के बाद पूरे शहर में सख्त लॉकडाउन लगा दिया जाता है, जिसकी वजह से चीन की अर्थव्यवस्था काफी प्रभावित हुई है।
चीन की अर्थव्यवस्था हुई है प्रभावित
चीन की अर्थव्यवस्था दूसरी तिमाही में साल दर साल सिर्फ 0.4 प्रतिशत बढ़ी है और महामारी की शुरुआत के बाद से चीन की अर्थव्यवस्था सबसे धीमी गति से बढ़ रही है, क्योंकि चीन के कई व्यावसायिक शहरों में कई महीनों का लॉकडाउन लगा रहा। पिछले हफ्ते, एशियाई विकास बैंक ने चीन के लिए 2022 के विकास के अनुमान को अप्रैल में 5 प्रतिशत से घटाकर 4 प्रतिशत कर दिया है। चीन ने इस वर्ष के लिए लगभग 5.5 प्रतिशत की वृद्धि का लक्ष्य रखा है, जिसको लेकर कई अर्थशास्त्रियों को संदेह है, कि यह बीजिंग के कठोर महामारी नियमों के तहत हासिल करना काफी मुश्किल होगा।