विदेश

बांग्लादेश के कंटेनर डिपो में आग से भीषण तबाही, अब तक 16 मरे, करीब 450 लोग बुरी तरह जले

ढाका
बांग्लादेश के चटगांव के सीताकुंडा उपजिला में शनिवार रात एक निजी कंटेनर डिपो में भीषण आग लग गई, जिसमें कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई और 450 लोग घायल हो गए हैं। आग लगने की घटना के बाद राहत और बचाव के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
 
कंटेनर डिपो में भीषण आग
बांग्लादेशी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीताकंडा उपजिला के कदमरासुल इलाके में बीएम कंटेनर डिपो में भीषणआग लग गई। वहीं, चटगांव मेडिकल कॉलेज अस्पताल (सीएमसीएच) के पुलिस चौकी उपनिरीक्षक (एसआई) नूरुल आलम ने कहा कि घटना की प्रारंभिक जांच के अनुसार आशंका जताई जा रही है कि कंटेनर डिपो में कैमिकल्स के कारण आग लगी और दमकल सेवाओं द्वारा आग पर काबू पाने के क्रम में एक भारी भीषण विस्फोट हुआ था। ढाका ट्रिब्यून ने बताया कि विस्फोट के बाद आग और भी फैल गई। वहीं, एसआई नूरुल आलम ने बताया कि रात करीब नौ बजे आग लगी और इसके कई घंटों के बाद रात 11:45 बजे भीषण धमाका हुआ।
 

कैमिकल फैलने से आग फैली
पुलिस अधिकारी के मुताबिक, एक कंटेनर के आग के चपेट में आने के बाद कंटेनर में कैमिकल होने की वजह से आग काफी तेजी से फैलने लगी और देखते ही देखते पूरे डिपो में आग फैल गई। वहीं, रेड क्रिसेंट यूथ चटगांव में स्वास्थ्य और सेवा विभाग के प्रमुख इस्ताकुल इस्लाम ने बांग्लादेश के स्थानीय मीडिया आउटलेट से अब तक 16 मौतों की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि, 'इस घटना में 450 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कम से कम 350 सीएमसीएच में भर्ती हैं। अन्य अस्पतालों में मरने वालों की संख्या अधिक हो सकती है।"

 
विस्फोट के बाद हड़कंप
सूत्रों के अनुसार, विस्फोट से पड़ोस इलाकों में भी हड़कंप मच गया और आसपास के घरों की खिड़कियों के शीशे टूट गए। चटगांव अग्निशमन सेवा और नागरिक सुरक्षा के सहायक निदेशक मोहम्मद फारुक हुसैन सिकदर ने कहा: "लगभग 19 अग्निशमन इकाइयाँ आग बुझाने के लिए काम कर रही हैं और छह एम्बुलेंस भी मौके पर उपलब्ध हैं।" जिस कंटेनर डिपो में आग लगी है, उसका नाम बीएम कंटेनर डिपो है और ये साल 2011 से काम कर रहा था। बांग्लादेशी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजधानी ढाका से डिपो लगभग 242 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में चटगांव जिले में स्थिति है। वहीं, चटगांव पुलिस अधीक्षक एसएम रशीदुल हक ने रविवार तड़के चीनी मीडिया आउटलेट सिन्हुआ को बताया कि, चट्टोग्राम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती होने के बाद तीन लोगों की मौत हो गई। अधिकांश पीड़ित हल्के से लेकर भारी जले हुए थे, और कई अन्य लोगों की स्वास्थ्य स्थिति भी गंभीर है। विनाशकारी आग में मरने वालों की संख्या बढ़ने की संभावना है। आग पर काबू पाने के लिए रात भर काम किया गया है।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button