पाकिस्तानका नाम FATF की ग्रे लिस्ट से हटा
लाहौर
पाकिस्तान को बड़ी राहत मिल गई है. उसे FATF की ग्रे लिस्ट से बाहर कर दिया गया है. पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से हटाने का फैसला बर्लिन (जर्मनी) में चल रही मीटिंग में लिया गया है. बता दें कि आज बैठक का आखिरी दिन है और पहले से ही उम्मीद जताई जा रही थी कि पाकिस्तान को राहत मिल जाएगी.
Financial Action Task Force (FATF) की वेबसाइट पर अब इससे जुड़ी जानकारी अपडेट कर दी जाएगी. पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से हटानी की आधिकारिक घोषणा अक्टूबर में होने वाली मीटिंग में की जाएगी.
FATF क्या है? पाकिस्तान इसमें क्यों है?
FATF एक ऐसा निकाय है जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम करता है. यह अंतरराष्ट्रीय वित्तीय अपराध को रोकने की कोशिश करता है, जो कि आतंकवाद को बढ़ाने के लिए किये जाते हैं.
पाकिस्तान पर आरोप लगे थे कि वहां मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवादियों को आर्थिक मदद पहुंचाने का काम हो रहा है. इसके बाद उसे ग्रे लिस्ट में डाला गया था. ग्रे लिस्ट में जिस देश को डाला जाता है, उसकी निगरानी बढ़ जाती है. इसे increased monitoring list भी कहते हैं.
मार्च 2022 तक कुल 23 देश ग्रे लिस्ट में थे. इसमें पाकिस्तान के साथ-साथ सीरिया, तुर्की, म्यांमार, फिलिपींस, साउथ सुडान, युगांडा और यमन आदि शामिल हैं.
वैसे FATF की ग्रे लिस्ट में ब्लैक लिस्ट जैसी पाबंदियां नहीं लगती. लेकिन इससे बाकी देश सतर्क हो जाते हैं. वैश्विक वित्तीय और बैंकिंग प्रणाली भी समझ जाती है कि यहां काम खतरे से खाली नहीं है. इसका एक उदाहरण यह देखिए. पाकिस्तान को जब 2008 से 2019 तक ग्रे लिस्ट में रखा गया तो उसकी जीडीपी को 38 बिलियन का नुकसान हुआ.