रूस ने यूक्रेन पर कर दिया हमला? डोनेट्स्क में सुनी गई 5 धमाकों की आवाज, UNSC की आपात बैठक
यूक्रेन।
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जैसे हालात बन गए हैं। अलगाववादियों के कब्जे वाले पूर्वी यूक्रेन के शहर डोनेट्स्क में गुरुवार तड़के कम से कम पांच विस्फोटों की आवाज सुनी गई है। इसके बाद चार सैन्य ट्रक घटनास्थल के लिए रवाना हुए हैं। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के एक प्रत्यक्षदर्शी के हवाले से यह जानकारी दी है। आपको यह भी बता दें कि संभावित रूसी हमले को ध्यान में रखते हुए यूक्रेन ने अपने कुछ एयरपोर्ट को बंद कर दिया है। यूक्रेन सरकार ने रूस के साथ चल रहे टकराव के कारण पूर्वी यूक्रेन में हवाईअड्डों को आधी रात से सुबह 7 बजे (स्थानीय समयानुसार) तक बंद कर दिया। अधिकारियों ने कुछ हवाई क्षेत्र को "खतरे वाले क्षेत्र" के रूप में भी घोषित किया है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने बुलाई आपात बैठक
समाचार एजेंसी एएफपी ने राजनयिक सूत्रों का हवाला देते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद तीन दिनों में अपना दूसरा आपातकालीन सत्र आयोजित करेगी। इसमें यूक्रेन संकट पर चर्चा होगी। आपको बता दें कि सीमावर्ती क्षेत्रों के पास रूसी सैनिकों की तैनाती जारी है। रिपोर्ट के अनुसार कीव के अनुरोध पर यह बैठक गुरुवार को भरातयी समयानुसार सुबह 8 बजे होगी।
दो सैन्य काफिले दोनेत्स्क की ओर बढ़ने का दावा
बुधवार को पूर्वी यूक्रेन के अशांत क्षेत्र में रूस की ओर से दो सैन्य काफिलों को दोनेत्सक की ओर बढ़ने का दावा किया गया। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बुधवार को प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से कहा कि आधुनिक सैन्य सामग्री से लैस दो काफिले तेजी से दोनेत्सक की ओर बढ़ रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि इन काफिलों में शामिल सैन्य वाहनों में किसी देश का प्रतीक चिन्ह नहीं है।
रूस ने पूर्वी यूक्रेन के अशांत क्षेत्र लुहान्सक और दोनेत्सक को स्वतंत्र राष्ट्र घोषित कर दिया है और वहां अपनी सेना को भेजने के भी आदेश दिए हैं। इसी बीच बुधवार को कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया कि उन्होंने रूसी सीमा की तरफ से दोनेत्सक की ओर दो सैन्य काफिलों को बढ़ते देखा है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो आधुनिक सैन्य सामग्री से लैस इन काफिलों में सैन्य वाहनों पर किसी देश के प्रतीक चिन्ह नहीं हैं। प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि एक काफिले में नौ टैंक और पैदल सैनिक शामिल थे, तो वहीं दूसरे काफिले में ट्रक और ईंधन टैंकर शामिल थे।
ज्ञात रहे कि युद्ध की आशंका को देखते हुए यूक्रेन ने बुधवार को देश में 30 दिन के आपातकाल का ऐलान किया है। वहीं रूस ने अपने नागरिकों से यूक्रेन छोड़ने को कहा है। माना जा रहा है कि रूसी सेना पूर्वी अशांत क्षेत्र में अपने सैनिकों की तैनाती कर रही है। हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।