यूक्रेन से युद्ध में रूस ने गवांए 21 हजार सैनिक, 408 तोपें, 873 टैंक
मॉस्को
रूस और यूक्रेन के बीच दो महीनों से भीषण लड़ाई चल रही है। यूक्रेन, जो कभी करोड़ों लोगों का घर और मेडिकल की पढ़ाई के लिए विदेशी छात्रों की पहली पसंद था, अब मलबे का एक ढेर बन चुका है। लेकिन यूक्रेनी प्रतिरोध ने रूस की शक्तिशाली सेना को गहरी चोट पहुंचाई है। यूक्रेनी सेना का दावा है कि अब तक रूस के 21,000 से अधिक सैनिक लड़ाई में मारे जा चुके हैं। यह आंकड़ा यूक्रेनी थल सेना ने जारी किया है।
हाल ही में रूस को सबसे बड़ा झटका तब लगा जब 'सेना की शान' कहा जाने वाला युद्धपोत मोस्कवा बुरी तरह क्षतिग्रस्त होने के बाद काला सागर में डूब गया। डेलीमेल की खबर के अनुसार यूक्रेनी सेना के आंकड़े बताते हैं कि अब तक 21,800 रूसी सैनिक यूक्रेन में मारे जा चुके हैं। हालांकि इस आंकड़े की पुष्टि नहीं हो सकी है। युद्ध में रूसी सैन्य उपकरणों और मशीनरी को भारी नुकसान पहुंचाने का दावा किया जा रहा है।
कीव से पीछे हटे रूस के सैनिक
आंकड़ों के मुताबिक रूस के कुल 873 टैंक, 2238 बख्तरबंद गाड़ियां, 179 विमान, 154 हेलिकॉप्टर और 408 तोपें अब तक नष्ट की जा चुकी हैं। 24 फरवरी को कीव की तरफ बढ़ रही पुतिन की आक्रामण सेना अब रक्षात्मक मुद्रा में आ गई है और मार्च के आखिर में कीव से रूसी सैनिक पीछे हट गए हैं। रूसी सेना अब डोनबास क्षेत्र पर कब्जा करना चाह रही है। युद्ध में भारी नुकसान झेलने के बाद पुतिन अपनी रणनीति में बदलाव करने के लिए मजबूर हुए हैं।
काला सागर में डूबा रूसी क्रूजर मोस्कवा
दो महीने पहले जब यह जंग शुरू हुई थी तो रूस के 280,000 सैनिकों के सामने यूक्रेन के सिर्फ 125,600 सैनिकों वाली छोटी सेना थी। हाल ही में यूक्रेन ने दावा किया है कि उसने नेपच्यून क्रूज मिसाइल और तुर्की के बायरकतार टीबी-2 ड्रोन की मदद से रूसी क्रूजर मोस्कवा को डूबो दिया, हालांकि रूस ने इससे इनकार किया है। रूसी नौसेना का गाइडेड मिसाइल क्रूजर मोस्कवा काला सागर बेड़े का सबसे शक्तिशाली युद्धपोत था।