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रूस की घेराबंदी से लाखों लोग भूखे मर सकते हैं- राष्ट्रपति जेलेंस्की

कीव
रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के कारण मानवीय संकट लगातार गहराता जा रहा है। इस बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने चेतावनी दी है कि । उन्होंने कहा कि इस युद्ध ने दुनिया को एक भयानक खाद्य संकट के कगार पर छोड़ दिया है। दरअसल, विदेशी पहुंच को रोकने के लिए रूस ने काला सागर में यूक्रेन के बंदरगाहों की नाकेबंदी की हुई है। इस कारण यूक्रेन तक कई जरूरी सामान और खाद्य पदार्थों की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। इतना ही नहीं, यूक्रेन से कृषि निर्यात अवरुद्ध होने से पैदावार की लागत बढ़ गई है।

यूक्रेनी राष्ट्रपति खाद्य संकट का जता रहे डर
जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन अब बड़ी मात्रा में गेहूं, मक्का, वनस्पति तेल और अन्य उत्पादों का निर्यात करने में असमर्थ है। उन्होंने दावा किया कि यूक्रेन में पैदा हुए अनाजों ने वैश्विक बाजार में स्थिर भूमिका निभाई है। ऐसे में यूक्रेनी अनाजों की वैश्विक मंडियों तक पहुंच रूकने से दुनियाभर में खाद्य संकट पैदा हो सकता है। जेलेंस्की ने न्यू यॉर्क में टाइम 100 गाला 2022 के लिए एक वीडियो बयान में कहा कि अगर काला सागर की रूसी नाकाबंदी जारी रहती है तो लाखों लोग भूखे मर सकते हैं। इस वीडियो को यूक्रेनी अधिकारियों ने गुरुवार को जारी किया।

'खाद्य आपूर्ति को हथियार बना रहा है रूस'
यूक्रेन और पश्चिमी देशों ने रूस पर आरोप लगाया है कि वह खाद्य आपूर्ति को हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है। हालांकि, रूस ने इन आरोपों को नकार दिया है। रूस का दावा है कि इसके लिए यूक्रेन और पश्चिमी देश खुद जिम्मेदार हैं। यूक्रेन अपना अधिकांश माल बंदरगाहों के माध्यम से निर्यात करता था लेकिन रूस के 24 फरवरी के आक्रमण के बाद से परिस्थितियां बदल गई है। अब यूक्रेन पश्चिमी सीमा पर मौजूद रेलवे लाइन या फिर छोटे डेन्यूब नदी के रास्ते से ही अनाजों का निर्यात कर पा रहा है।

जेलेंस्की ने रूसी आक्रामकता की कोरोना से तुलना की
टाइम पत्रिका की 2022 के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में शामिल होने पर जेलेंस्की ने कहा कि वह रूसी खतरों से मुक्त दुनिया को एकजुट करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के आभारी हैं। उन्होंने सहयोगी देशों से यूक्रेन को और अधिक हथियारों की आपूर्ति करने की अपील की। उन्होंने रूसी आक्रामकता की तुलना कोरोना वायरस से करते हुए कहा कि रूस के लाए गए कोविड-22 के खिलाफ हथियार और प्रतिबंध भी एक वैक्सीन हैं। उन्होंने दावा किया कि घृणा एक वायरस है, और यह COVID-19 से भी अधिक घातक है।

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