पीएम मोदी के रास्ते पर चलेंगे शहबाज शरीफ, अमेरिका से पंगा लेकर रूस से खरीदेंगे तेल और गेहूं!
इस्लामाबाद
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान हों या फिर पाकिस्तान के राजनीतिक विश्लेषक या फिर पाकिस्तान के पत्रकार… भारत की विदेश नीति की वो अकसर तारीफ करते रहते हैं, खासकर यूक्रेन युद्ध में भारत ने जिस तरह से अपना एक अलग स्टैंड लिया और बिना अमेरिका के आगे घुटने टेके, रूस से तेल और गैस खरीदता रहा, पाकिस्तान में उसकी काफी तारीफ की गई और पाकिस्तान की विदेश नीति भी भारत की ही तरफ स्वतंत्र बनाने की मांग की गई है और अब ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान ने भारत के रास्ते पर अपने कदम बढ़ा दिए हैं।
भारत के रास्ते चला पाकिस्तान
पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने कहा है कि, रूस से तेल और खाद्य उत्पादों के आयात के लिए पाकिस्तान खुला हुआ है। पाकिस्तान विदेश कार्यालय के प्रवक्ता ने शनिवार को मास्को के खिलाफ अमेरिका के नेतृत्व वाले पश्चिमी प्रतिबंधों के बीच इसकी घोषणा की है। असीम इफ्तिखार ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि, सरकार के पास आर्थिक और व्यापारिक संबंधों के विस्तार के लिए राष्ट्रीय हित से प्रेरित एक "खुली नीति" है। इफ्तिखार ने कहा, "हमारी नीति स्पष्ट है और आप आर्थिक और व्यापार संबंधों के विस्तार के संदर्भ में जानते हैं, हमारी एक खुली नीति है, जो राष्ट्रीय हित से प्रेरित है। जहां भी हम देखते हैं कि यहां राष्ट्रीय लाभ है, हम उन विकल्पों और रास्तों का अनुसरण करते हैं।" द एक्सप्रेस ट्रिब्यून द्वारा, एक सवाल का जवाब देते हुए, कि क्या पाकिस्तान रूस से तेल और खाद्यान्न आयात करने पर विचार कर रहा है, उसपर पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने ये प्रतिक्रिया दी है।
पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था पर गंभीर संकट
शहबाज शरीफ सरकार अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा छोड़ी गई बिगड़ती अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए संघर्ष कर रही है। कम विकल्पों के साथ छोड़ी गई नई सरकार ने हाल ही में पेट्रोलियम उत्पादों पर सब्सिडी में रिकॉर्ड कटौती की घोषणा की। शहबाज शरीफ की सरकार ने पाकिस्तान में पेट्रोल की कीमतें 30 रुपये और बिजली रेट को 7 रुपये प्रति यूनिट बढ़ा दिया है। जिसके बाद पाकिस्तान में पेट्रोल की पूर्व-डिपो कीमतों में ₹179.86 प्रति लीटर, हाई-स्पीड डीजल की कीमत ₹174.15, और केरोसिन की ₹155.56 रुपये प्रति लीटर हो गई है। हालांकि, सरकार अभी भी हाई-स्पीड डीजल पर ₹56.71 प्रति लीटर, पेट्रोल पर ₹21.83, और मिट्टी के तेल पर ₹17.02 की लागत वहन करेगी।
मोदी सरकार के रास्ते शहबाज शरीफ!
पाकिस्तान सरकार का यह कदम इमरान खान के उस दावे के बीच आया है, कि शरीफ सरकार ने सस्ते रूसी तेल की खरीद की योजना को छोड़ दिया था जिसे उनकी सरकार सुरक्षित करने में कामयाब रही थी। इमरान खान ने कहा था कि, जब वो रूस के दौरे पर गये थे, तो उन्होंने रूस से कम कीमत पर पेट्रोलियम पदार्थ और गेहूं खरीदने के लिए समझौता किया था, लेकिन उनकी सरकार को साजिश के तहत हटाने के बाद शहबाज शरीफ ने उस डील को कैंसिल कर दिया है। वहीं, इमरान खान ने बार बार भारत का हवाला देते हुए कहा है कि, भारत की विदेश नीति स्वतंत्र है, इसीलिए भारत रूस से कम कीमत पर तेल भी खरीदता है और भारत अमेरिका के साथ रणनीतिक साझेदारियां भी कर रहा है।
इमरान पर बरसे शहबाज शरीफ
वहीं, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान के विदेशी साजिश वाले आरोपों को खारिज कर दिया है। इतना ही नहीं उन्होंने देश में हर समस्या के लिए इमरान को ही दोषी ठहरा दिया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा है कि, देश में बढ़ता कर्ज, महंगाई और बढ़ते आर्थिक संकट के लिए पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ही जिम्मेदार हैं। बता दें कि, पाकिस्तान में पेट्रोलियम उत्पादों के दाम बढ़ा दिए गए हैं। इसके बाद पीएम शहबाज ने बढ़ती महंगाई का पूरा ठिकरा इमरान खान पर फोड़ दिया है। शहबाज शरीफ ने पेट्रोलियम उत्पादों की बढ़ती महंगाई पर बात करते हुए कहा कि, दाम इसलिए बढ़ाए गए हैं क्योंकि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने वस्तुओं पर से सब्सिडी हटाने को कहा था।