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बिहार में 10 गुना तेजी से फैलने वाला वेरिएंट BA.12 मिला

भारत में कोरोना वायरस महामारी का प्रकोप एक बार फिर शुरू हो गया है। पिछले हफ्ते से रोजाना करीब तीन हजार नए मामले आ रहे हैं और इस तरह कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इसे कोरोना की चौथी लहर के रूप में देखा जा रहा है। इस बीच बिहार के स्वास्थ्य विभाग ने पटना स्थित इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (IGIMS) में ओमीक्रोन के एक नए वेरिएंट बीए.12 (BA.12) का पता चला है। बताया जा रहा है कि यह नया वेरिएंट अब तक सबसे ज्यादा तेजी से फैलने वाले वेरिएंट बीए.2 (BA.2) से 10 गुना ज्यादा खतरनाक है।

बता दें कि इस वेरिएंट का सबसे पहले अमेरिका में पता चला था। दिल्ली में भी इसके दो से तीन मामले मिले थे। आईजीआईएमएस के माइक्रोबायोलॉजी विभाग की एचओडी प्रो डॉ नम्रता कुमारी ने बताया कि कोरोना के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए ओमीक्रोन वेरिएंट के सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग शुरू की गई थी। 13 नमूनों का परीक्षण किया गया था और उनमें से एक में बीए.12 था।

नम्रता कुमारी ने बताया कि अथॉरिटी से ओमीक्रोन के सभी पॉजिटिव सैंपल वाले लोगों का पता लगाया जा रहा है। बेशक इसमें तेजी से फैलने की क्षमता है लेकिन चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। इससे बचाव के लिए सावधानी बरतने की जरूरत है।

BA.12 क्या है?
बीए.12 ओमीक्रोन परिवार से जुड़ा हुआ है। यह ओमीक्रोन के बीए.2 का एक दूसरा रूप यानी सब-वेरिएंट है। बताया जाता है कि इसमें बीए.2 की तुलना में दस गुना तेजी से फैलने की क्षमता है। बीए.2 को अभी तक सबसे फैलने वाला वेरिएंट माना जाता था, जो तीसरी लहर का कारण भी बना था।

BA.12 कितना गंभीर है?
टीओआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, विशेषज्ञों ने माना है कि यह तेजी से प्रसारित हो सकता है लेकिन यह देखना होगा कि इसकी अस्पताल में भर्ती होने की दर कितनी है यानी यह किसी को कितनी तेजी से संक्रमित कर सकता है। विशेषज्ञ इस पर नजर बनाए रखे हुए हैं क्योंकि इसकी गंभीरता के बारे में सीमित जानकारी है।

अमेरिका में फैल रहा है BA.12
वायरोलॉजिस्ट डॉ शाहिद जमील ने कहा कि यह वेरिएंट अमेरिका के कुछ हिस्सों में तेजी से फैल रहा है। यह मूल ओमीक्रोन की तुलना में लगभग 10 गुना अधिक संक्रामक है। इस प्रकार BA.2 संस्करण BA.1 की तुलना में लगभग 20% अधिक संक्रामक हैं।

दिल्ली में भी मिला था BA.12
ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, BA.12 दिल्ली में भी मिला था। बताया जा रहा है कि अप्रैल के पहले पखवाड़े के दौरान 300 से ज्यादा सैंपल की जीनोम सिकेंसिंग की गई जिसमें कुछ सैंपल में यह वेरिएंट पाया गया था।

क्या चौथी लहर का कारण बनेगा BA.12
पिछले महीने अमेरिका में नए मामले बढ़ने में इस वेरिएंट की अहम भूमिका रही है और अब यह कई देशों में पाया गया है। फेमस फिजिशियन एरिक टूल ने भी इसे लेकर चेतावनी दी है कि BA.12 से एक नई लहर आ सकती है।

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