लाइफस्टाइल

Delta+Omicron से बचा सकती हैं ये पत्तेदार सब्जियां: वैज्ञानिक

कोरोना वायरस महामारी को दो साल हो गए हैं और यह अभी भी थमने का नाम नहीं ले रही है। कई देशों में कोरोना के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं और आशंका जताई जा रही है कि कोरोना की चौथी लहर (Covid 4th wave) कभी भी आ सकती है। कोरोना का अब तक कोई स्थायी इलाज नहीं मिला है। फिलहाल वैक्सीन को ही इसके खिलाफ सबसे बड़ा हथियार माना जा रहा है।

दुनियाभर के तमाम वैज्ञानिक कोरोना का इलाज खोज रहे हैं। कोरोना की चौथी लहर से पहले अमेरिका के वैज्ञानिकों ने कोरोना के खिलाफ एक मजबूत हथियार की खोज की है। बताया जा रहा है कि वैज्ञानिकों ने एक लंबे अध्ययन में पाया है कि ब्रोकली और गोभी जैसी क्रूसीफेरस परिवार की सब्जियों में कुछ ऐसा रसायन पाया जाता है, जिसमें कोरोना और सामान्य सर्दी का कारण बनने वाले वायरस को खत्म करने की क्षमता होती है।

यह अध्ययन अमेरिका स्थित जॉन्स हॉपकिन्स चिल्ड्रन सेंटर के शोधकर्ताओं ने किया है। उन्होंने प्रयोगशाला प्रयोग करके रिपोर्ट दी है कि ब्रोकली और अन्य क्रूसिफेरस पौधों में प्रचुर मात्रा में पाए जाने वाले यौगिक से प्राप्त एक रसायन कोविड-19 और सर्दी का कारण बनने वाले वायरस के खिलाफ एक संभावित नया और शक्तिशाली हथियार साबित हो सकता है।

नेचर जर्नल कम्युनिकेशंस बायोलॉजी में 18 मार्च को प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, वैज्ञानिकों ने पाया है कि सल्फोराफेन पौधे से प्राप्त एक रसायन होता है, जिसे फाइटोकेमिकल के रूप में जाना जाता है। यह रसायन सार्स-कोव-2 को रोक सकता है। आपको पता होगा कि यही वायरस कोरोना वायरस का कारण बनता है।

सल्फोराफेन विशेष रूप से ब्रोकोली, गोभी, केल और ब्रसेल्स स्प्राउट्स में प्रचुर मात्रा में होता है। दशकों पहले जॉन्स हॉपकिन्स के वैज्ञानिकों की एक टीम द्वारा पहली बार 'कीमोप्रिवेंटिव' यौगिक के रूप में पहचाना गया। नैचुरल सल्फोराफेन आम खाद्य स्रोतों से प्राप्त होता है, जैसे ब्रोकोली के बीज, अंकुरित और परिपक्व पौधे।

अध्ययन के परिणाम आशाजनक हैं फिर भी शोधकर्ताओं ने ऑनलाइन और दुकानों में उपलब्ध सल्फोराफेन की खुराक खरीदने के लिए जनता को सावधान किया है। उन्होंने कहा है कि रसायन के प्रभावी साबित होने से पहले मनुष्यों में सल्फोराफेन का अध्ययन आवश्यक है।

चिल्ड्रन सेंटर के माइक्रोबायोलॉजिस्ट लोरी जोन्स-ब्रैंडो ने बताया कि मैं एंटी-कोरोनावायरस गतिविधि के लिए कई यौगिकों की जांच कर रहा था और सल्फोराफेन की कोशिश करने का फैसला किया क्योंकि इसने हमारे द्वारा अध्ययन किए गए अन्य माइक्रोबियल एजेंटों के खिलाफ मामूली गतिविधि दिखाई है। शोधकर्ताओं ने अपने प्रयोगों में सिंथेटिक बाजार से खरीदे गए शुद्ध सिंथेटिक सल्फोराफेन का इस्तेमाल किया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button