बुधनी विधानसभा: जानिए कौन बना था पहली बार विधायक…
सुमित शर्मा, सीहोर
बुदनी विधानसभा में फिर से भाजपा का वर्चस्व कायम रहेगा। कुछ विधानसभा चुनावोें को छोड़ दिया जाए तो यहां पर हमेशा से भाजपा प्रत्याशी विजयी होते रहे हैं। बुदनी सीट से पिछले करीब चार विधानसभा चुनावों में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विजयी हो रहे हैं। मुख्यमंत्री को यहां से शिकस्त देने के लिए मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने तमाम कोशिशें कर ली, लेकिन यहां सफल नहीं हो सके। बुदनी विधानसभा का इतिहास रहा है कि यहां पर सबसे ज्यादा भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों की ही जीत हुई है। हालांकि यह एक अपवाद भी है कि बुदनी विधानसभा सीट बनने के बाद यहां पर पहली बार कांग्रेस के टिकट पर राजकुमारी सूरज कला विजयी हुई थी। इसके बाद 80 से 90 के दशक में भी कांग्रेस प्रत्याशियोें ने यहां से जीत दर्ज कराई थी, लेकिन इसके बाद से यहां पर कोई भी कांग्रेस प्रत्याशी जीत नहीं सका है।
बुदनी विधानसभा सीट सिर्फ सीहोर जिले ही नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश के सभी 230 विधानसभा सीटों में सबसे महत्वपूर्ण सीट मानी जाती है। दरअसल बुदनी विधानसभा सीट पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चुनाव लड़ते हैं। वर्ष 2003 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र सिंह राजपूत ने जीत दर्ज कराई थी, लेकिन वर्ष 2006 मेें यहां पर उपचुनाव हुए और शिवराज सिंह चौहान यहां से विजयी हुए। इसके बाद से वे 2008, 2013 और 2018 में भी यहां से भारी मतोें से जीतकर आए। मुख्यमंत्री के सामने कांग्रेस ने अपने कई दिग्गज प्रत्याशियों को मैदान में उतारा, लेकिन कोई भी उन्हें शिकस्त नहीं दे सका। अब तो स्थिति यह है कि यहां से मुख्यमंत्री के सामने कोई भी प्रत्याशी मैदान में आ जाए उसका जीतना नामुमकिन ही नहीं, बल्कि असंभव ही रहेगा।
बुदनी को बनाया जा रहा रोल मॉडल-
बुदनी विधानसभा सीट मध्यप्रदेश की सबसे महत्वपूर्ण सीटों में शुमार है। यही कारण है कि इस सीट पर सभी राजनीतिक दलों की नजर होती है। अब बुदनी विधानसभा को मध्यप्रदेश के लिए रोड मॉडल के तौर पर विकसित किया जा रहा है। इस विधानसभा को इस तरह से बनाया जा रहा है, ताकि मध्यप्रदेश के लिए यह रोल मॉडल बने और अन्य विधानसभाओं का विकास भी बुदनी की तरह हो। सीहोर जिले की सबसे महत्वपूर्ण इस सीट पर सभी की नजर भी होती है, इसलिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अब कांग्रेस के छिंदवाड़ा मॉडल को टक्कर देने के लिए बुदनी मॉडल भी तैयार किया है। यहां पर प्रज्जवल बुदनी के तहत विकास एवं निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं। बुदनी विधानसभा के तहत आने वाले प्रमुख विजासन धाम सलकनपुर को महाकाल लोक की तर्ज पर देवीलोक में बदला जा रहा है। यहां पर देवीलोक का निर्माण कराया जा रहा है। इसी तरह आसपास के पर्यटन एवं धार्मिक क्षेत्रों को भी सुंदर बनाने का कार्य किया जा रहा है। पूरे बुदनी विधानसभा में विकास की नई तस्वीर सामने आएगी, जो कि मध्यप्रदेश के अन्य विधानसभाओं के लिए एक रोड मॉडल के तौर पर सामने रहेगी।
ये है बुदनी विधानसभा का इतिहास-
1957 राजकुमारी सूरज कला भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1962 बंसीधर स्वतंत्र
1967 मोहन लाल शिशिर भारतीय जनसंघ
1972 शालिग्राम वकील स्वतंत्र
1977 शालिग्राम वकील जनता पार्टी
1980 केएन प्रधान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (इंदिरा)
1985 चौहान सिंह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1990 शिवराज सिंह चौहान भारतीय जनता पार्टी
1992 (पोल द्वारा) मोहन लाल शिशिर भारतीय जनता पार्टी
1993 राजकुमार पटेल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1998 देव कुमार पटेल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
2003 राजेन्द्र सिंह राजपूत भारतीय जनता पार्टी
2006 (पोल द्वारा) शिवराज सिंह चौहान भारतीय जनता पार्टी
2008 शिवराज सिंह चौहान भारतीय जनता पार्टी
2013 शिवराज सिंह चौहान भारतीय जनता पार्टी
2018 शिवराज सिंह चौहान भारतीय जनता पार्टी
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बुधनी विधानसभा 2018 की स्थिति –
क्र- प्रत्याशी पार्टी वोट प्रतिशत
1. शिवराज सिंह चौहान भाजपा 123492 —
2. अरुण सुभाषचंद्र यादव कांग्रेस 64493 —
3. रेवराम सल्लम गोंडवाना गणतंत्र पार्टी 8152
4. संजीव कुमार बसपा 1683 —
5. हेमराज पेठारी निर्दलीय 1386 —
6. प्रेम सिंह निर्दलीय 672 —
7. शेखर चौहान निर्दलीय 628 —
8. विमलाश आर बी आप 535 —
9. वीना एसएचएस 380 —
10. गुंडेश कुमार खंबरा निर्दलीय 335 —
11. अब्दुल रशीद निर्दलीय 328 —
12. राधेश्याम शर्मा भारतीय राष्ट्रवादी समानता पार्टी 307
13. प्रेमनारायण निर्दलीय 302 —
14. बृजेश गुप्ता जय लोक पार्टी 260 —
15. अमर सिंह निर्दलीय 233 —
बुधनी विधानसभा की प्रोफाइल
बुधनी विधानसभा में कुल मतदाता : 2,74,219
पुरूष मतदाता : 1,41,883
महिला मतदाता : 1,32,329
अन्य मतदाता : 7
18-19 वर्ष के मतदाता : 11,669
20-29 वर्ष के मतदाता : 73,279
80 वर्ष से अधिक के मतदता : 3733
तहसीलों की संख्या : 3 (बुधनी, रेहटी, भैरूंदा)
विकासखंड : 2 (बुधनी, भैरूंदा)
ग्राम पंचायतों की संख्या : भैरूंदा में 101, बुधनी में 66