केन्द्र सरकार द्वारा जल जीवन मिशन में म.प्र. को 1279 करोड़ रुपये आवंटित
भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि केन्द्र सरकार द्वारा मध्यप्रदेश को जल जीवन मिशन के अंतर्गत 1279 करोड़ 20 लाख रुपये का आवंटन दिया गया है। इससे "हर घर-शुद्ध पेयजल" के संकल्प की सिद्धि के प्रयासों को नई गति मिलेगी, जिससे लाखों परिवार लाभान्वित होंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने मध्यप्रदेश को जल जीवन मिशन में राशि आवंटन करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का आभार माना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के कुशल नेतृत्व और केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री शेखावत के मार्गदर्शन में हर परिवार के घर तक नल से जल पहुँच रहा है। मध्यप्रदेश के निवासियों का जीवन बदलने में प्रधानमंत्री मोदी के सहयोग के लिए प्रदेशवासी हृदय से आभारी हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मिशन से हर गाँव में पेयजल की सहज उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये 45 हजार करोड़ का प्रावधान किया गया है, जिसमें 50 प्रतिशत केन्द्रांश और 50 प्रतिशत राशि राज्य सरकार द्वारा व्यय की जा रही है। अभी तक जिन 4 हजार से अधिक ग्रामों में मिशन की परियोजना लागू हुई है, उसके संचालन एवं संधारण का काम ग्राम स्तरीय जल एवं स्वच्छता समिति द्वारा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने ग्रामीण परिवारों से मिशन का लाभ लेने और पानी के संरक्षण पर ध्यान देने को भी कहा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार गाँव की सूरत बदलने का काम कर रही हैं। गाँव में पेयजल की सहज उपलब्धता के लिये प्रधानमंत्री मोदी ने जल- जीवन मिशन की सौगात दी है, जो विशेषकर ग्रामीण महिलाओं के लिये वरदान साबित हो रही है। मिशन से प्रदेश के सभी ग्रामीण अंचलों में एकल और समूह पेयजल योजना बनाकर युद्ध-स्तर पर कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मिशन से अब तक 4 हजार से अधिक ग्रामों के हर घर में और 46 लाख से अधिक परिवारों को नल से जल उपलब्ध करवा दिया गया है। जल की शुद्धता पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
केन्द्र सरकार द्वारा आवंटित राशि से मुख्यमंत्री चौहान के नेतृत्व में मिशन का बेहतर क्रियान्वयन कर रहे मध्यप्रदेश के 47.14 लाख (39%) ग्रामीण परिवारों को लाभ मिल सकेगा। प्रधानमंत्री मोदी का उद्देश्य देश में "हर घर जल" सुनिश्चित करना है। प्रधानमंत्री मोदी के जल जीवन मिशन ने अब क्रांतिकारी जन-आंदोलन का रुप ले लिया है।