टीकमगढ़ में सिंघाड़े के आटे के व्यंजन खाने से आधा सैकड़ा बीमार
टीकमगढ़ । नवरात्र पर व्रत करने के बाद लोगों के द्वारा सिंघाड़े के आटा से बना सामान खाने के बाद आधा सैकड़ा लोग बीमार हो गए। फूड प्वाइजनिंग की शिकायत आने के बाद इन सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यहां पर इन मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। बताया जा रहा है कि सभी ने एक ही कंपनी का आटा खरीदा था।
अचानक लग गई अस्पताल में लाइन
गुरुवार की सुबह से जिला अस्पताल में फूड प्वाइजनिंग के मरीजों की लाइन लग गई। आलम यह था कि अस्पताल में बेड कम पड़ गए और एक-एक बेड पर दो-दो मरीजों का उपचार शुरू किया। इन मरीजों में कुछ परिवारों के पूरे सदस्य ही इस समस्या से ग्रसित थे। बताया जा रहा है कि इन सभी मरीजों द्वारा बुधवार की शाम को सिंघाड़े के आटे से बने व्यंजन खाए गए थे। जिला अस्पताल में उपचार करा रहे जतारा निवासी वंशी नामदेव ने बताया कि नवरात्र की प्रथमा को वह और उनकी पत्नी व्रत थी। शाम को 6 बजे घर में सिंघाड़े के आटे की पूडिय़ां बनी तो सभी ने वह खाई। इसके बाद सभी का सिर चकराने लगा और कुछ ही देर में उल्टियां होने लगी। बेहोश होने पर परिवार के अन्य सदस्य उन्हें लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचे। यहां पर रात्रि 12 बजे तक उपचार किया गया। आराम न मिलने पर वह टीकमगढ़ पहुंचे है। ऐसा ही हाल नए बसस्टैंड के पीछे जैन कॉलोनी निवासी डीके गुप्ता का था। उन्होंने भी शाम को सिंघाड़े के आटा की पूडिय़ां खाई थी। डीके की पत्नी समता ने बताया कि वह बाजार से जो आटा लेकर गई थी उस पर पैकिंग की तिथि 18 मार्च 2023 थी। इसके बाद भी यह परेशानी सामने आई है।
बच्चा वार्ड भी फुल
माता-पिता के साथ बच्चों के द्वारा भी सिंघाड़े का आटा खाने से वह भी बीमार हुए है। ऐसे में बच्चा वार्ड भी मरीजों से फुल हो गया है। यही हाल महिला एवं पुरुष मेडिकल वार्ड का है। यहां पर सभी मरीजों का उपचार कर ड्रिप लगाई जा रही है। सभी के द्वारा एक ही कंपनी के आटे का उपयोग किए जाने की बात कही जा रही है। जिला अस्प्पताल में पलेरा, जतारा, बल्देवगढ़ सहित जिला मुख्यालय के मरीज भर्ती किए गए है।
खासी संख्या में सामने आए है मरीज
मेडिकल वार्ड में उपचार कर रहे डा योगेश यादव ने बताया कि फूड प्वाइजनिंग के मरीज लगाता बढ़ रहे है। उनका कहना था कि मेल मेडिकल वार्ड में ही लगभग 20 मरीज आ चुके है। अब तक सभी मरीजों की गणना नहीं हो सकी है, लेकिन बताया जा रहा है कि 50 से अधिक मामले सामने आ चुके है। उनका कहना था कि सभी की हालत सामान्य है और चिंता की कोई बात नहीं है।