एमपी बोर्ड: हर साल घट रही छात्र संख्या पता की जाएगी वजह
ग्वालियर। माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिम) की दसवीं व बारहवीं की परीक्षाएं 17 फरवरी से आयोजित की जा रही है। इसके लिए माशिमं ने पूरी तैयारियां पूरी कर ली हैं। कोविड गाइडलाइन का पालन करने के लिए इस बार 10 फीसद अधिक परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इस बार प्रदेश में 3861 परीक्षा केंद्र बनाए गए है। इसमें 689 निजी स्कूलों में केंद्र बनाए गए हैं। इस साल प्रदेश भर में करीब 17 लाख 82 हजार 858 विद्यार्थी शामिल होंगे। जबकि पिछले साल 17 लाख 91 हजार विद्यार्थी शामिल हुए थे। खास बात यह है कि बोर्ड परीक्षा में हर साल छात्रों की संख्या पिछले सालों की तुलना में घट रही है। ऐसा क्यों रहा है,इसका कारण पता करने में शिक्षा विभाग के अफसर लगे हैं। 2019 के मुकाबले करीब दो से ढाई लाख विद्यार्थियों की संख्या कम हुई है। इस बार प्रदेश के अति संवेदनशील व संवेदनशील केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी। इसमें अति संवदेनशील 232, संवेदनशील 320 केंद्रों को चिन्हित किया गया है। इस बार कक्ष में एक बैंच-डेस्क पर एक ही विद्यार्थी की बैठक व्यवस्था रहेगी। इस बार 20 विद्यार्थियों पर एक पर्यवेक्षक तैनात होगा। इन केंद्रों पर कैमरे लगवाएं जाएंगे और वीडियोग्राफी भी करवाई जाएगी। अति संवेदनशील और संवेदनशील केंद्रों पर मंडल के उड़नदस्ते के अलावा स्थानीय स्तर पर जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा गठित उड़नदस्ते भी सक्रिय रहेंगे।