इंदौरमध्य प्रदेश

लापरवाही के चलते जिला अस्पताल से नवजात बच्ची हुई चोरी, पूर्व पार्षद ने किया आत्मदाह का प्रयास

देवास
जिला अस्पताल की समस्याएं थमने का नाम नही ले रही है। अस्पताल में अब तक अनियमितता, भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे थे। अब एक बच्चा चोरी की घटना सामने आई है। जानकारी के अनुसार टीना पति विशाल वर्मा के यहां 3 दिन पहले जन्मी मासूम बच्ची जिला अस्पताल से गायब हो गई। इसकी खबर जैसे ही माँ व परिजनों को लगी तो सबसे पहले सभी ने बच्ची को ढूंढा, लेकिन वह कहीं नहीं मिली। परिजनों ने इसकी सूचना जिला अस्पताल प्रबंधक व कोतवाली पुलिस को दी। माँ व परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। परिजनों ने जिला अस्पताल पर लापरवाही व पैसे मांगने के भी आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा करते हुए एबी रोड़ पर बैठकर चक्का जाम किया।

मामले को लेकर कोतवाली थाना पुलिस ने अज्ञात चोर के विरूद्ध प्रकरण दर्ज कर प्रकरण को विवेचना में लिया है। हंगामें के बीच मामले को बढ़ता देख अस्पताल में पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सहित एसडीएम, एडीएम सहित पांचों थाने का बड़ी तादात में पुलिस बल मौजूद रहा। कलेक्टर ने परिजनों को आश्वस्त किया है कि जल्द ही उनकी बच्ची उन्हें मिल जाएगी। पुलिस ने घटना के सीसीटीवी फुटैज भी खंगाले। जिसमें कुछ संदिग्ध मोटरसाइकिल पर जाते हुए दिखाई दिए। पुलिस जाँच में जुटी हुई है।  

जानकारी के अनुसार तीन दिन पहले जिला चिकित्सालय में टीना पति लाखन वर्मा निवासी शाजापुर ने एक बालिका को जन्म दिया था। बालिका की मां के अनुसार नवजात उसकी रिश्तेदार के पास सोई हुई थी। इसी दौरान 3.30 रात्रि में माँ की नींद खुली और जब आपस में बालिका के बारे में बातचीत की गई की वह कहा है जब तक बालिका गायब हो चुकी थी। जैसे ही मां ने उसे इधर उधर देखा, लेकिन वह कही पर भी नहीं मिली। परिजनों ने नवजात के गुम होने की सूचना अस्पताल प्रबंधन व सिटी कोतवाली पुलिस को दी। मामले में थाना कोतवाली पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 363 क तहत प्रकरण दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है। सूचना मिलते ही जिला अस्पताल में एसपी डॉ शिवदयाल सिंह भी पहुंचे और पुरे मामले में जानकारी ली गई।

पूर्व पार्षद ने किया आत्मदाह का प्रयास
परिजनों का जहां लगातार हंगामा चल रहा था, इसी के बीच पूर्व पार्षद रूपेश वर्मा ने जिंदा जलने की पूरी तैयारी कर ली थी, उन्होंने अपने ऊपर पेट्रोल डाल लिया और खुद को जलाने वाले ही थे, कि ऐन वक्त पर पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया, इसके बाद उन्हें उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका प्राथमिक उपचार कर दिया था।

कायाकल्प हुआ, लेकिन सीसीटीवी कैमरे अब भी बंद
जिला अस्पताल का जब से कायाकल्प हुआ है तब से लेकर अब तक कई बार यहां पर विवाद हुए, छुटपुट घटनाएं भी सामने आई है। वहीं चोरी की घटना भी हो चुकी है। इसके बाद अब बच्ची के चोरी हो जाने की घटना सामने आई है। उसके बावजूद यहां पर सीसीटीवी कैमरे नहीं है, जबकि सूत्रों का कहना है कि यहां पर सीसीटीवी कैमरे पूर्व से ही नहीं लगे है। सीसीटीवी कैमरे नहीं होने से व्यवस्था बदहाल है।

घटना की जानकारी लगते ही अस्पताल पहुंचा सेन समाज
घटना की जानकारी लगते ही सेन समाजजन जिला अस्पताल पहुंचे और परिजनो से मुलाकात कर सीएमएचओ कार्यालय में घूसकर जमकर नारेबाजी की। तब मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी नही मिले तो समाजजनों ने सीएमएचओ गेट पर ताला जड़ दिया। यहां से समाजजनो ने परिजनों के साथ कलेक्ट्रेट का घेराव करते हुए जमकर नारेबाजी की। हंगामे के कुछ देर बाद जिला कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला समाजजनों व परिजनो से मुलाकात की।

जाँच के लिए बनाए गए 27 दल, लापरवाही बरतने वालो पर होगी कार्रवाई
कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला ने बताया कि नगर निगम व पुलिस की 27 टीमें अलग-अलग क्षेत्रों में बच्ची को तलाश रही है। उन्होनें बताया कि यह भी देखा जा रहा है कि इस प्रकार की जो लापरवाही सामने आई है उसके लिए जो जवाबदार कर्मचारी अधिकारी है। उनके विरूद्ध सख्त कार्रवाई करेंगे। इस संबंध में सरकार और संभागायुक्त को अवगत करा दिया गया है। अभी हमारी प्राथमिकता है कि जो बच्ची गुमी है वह जल्द ही मिल जाए। अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे नहीं चल रहे है, जो भी जवाबदार उन्हें देखता है उन पर भी निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी। पिछले तीन-चार दिनों से संज्ञान में आ रहा है कि जिला अस्पताल किसी ना किसी कारण से अस्पताल का प्रशासन अच्छी तरह से संचालित नहीं हो रहा है। कुछ समय के लिए प्रशासनिक अधिकारी को वहां लगाया जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि इस प्रकार को कोई घटना ना हो।

एसडीएम जिला चिकित्सालय के प्रशासकीय अधिकारी नियुक्त
कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला ने स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही बरतने तथा अपने कर्तव्य का सही तरीके से निर्वहन नहीं करने पर जिला चिकित्सालय देवास के दो डॉक्टरों को कारण बताओं नोटिस जारी किया है तथा एक डॉक्टर और नर्सिंग आॅफिसर को निलंबित किया है। कलेक्टर श्री शुक्ला ने कहा है कि स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, जो भी लापरवाही करेगा उस पर सख्त कार्रवाई की जायेगी। कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय में बेहतर सुरक्षा व्यवस्था और सीसीटीवी कैमरे शीघ्र ठीक करने के निर्देश भी दिये है।    

कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय देवास में प्रसुति वार्ड में बच्ची गुम होने की घटना घटित होने पर अस्पताल में प्रशासकीय नियंत्रण, सुरक्षा एवं अन्य बेहतर व्यवस्था के लिए एसडीएम प्रदीप सोनी को जिला चिकित्सालय का प्रशासकीय अधिकारी नियुक्त  किया है। जारी आदेशानुसार कलेक्टर ने सीएमएचओ डॉ. एमपी शर्मा और सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक डॉ. विजय कुमार सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। संबंधितों को लिखित जवाब तीन कार्य दिवस में स्वयं उपस्थित होकर देना है।

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