बीरभूम हिंसा: कांग्रेस के बाद BJP ने भी की राष्ट्रपति शासन की मांग, जिले से होने लगा लोगों का पलायन

कोलकाता
पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में हुई हिंसा की घटना को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग तेज हो गई है। बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस पार्टी ने भी इस हिंसा की घटना की कड़ी निंदा की है और कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने तो इस घटना को लेकर राष्ट्रपति से मिलने की बात कही है। कांग्रेस के बाद बीजेपी ने भी अब ममता बनर्जी के इस्तीफे और राष्ट्रपति शासन की मांग की है। इस बीच बीरभूम जिले से लोगों का पलायन शुरू हो गया है।
खबर के मुताबिक, बीरभूम जिले के बागुटी गांव में अब सन्नाटा पसर गया है, क्योंकि लोग डर की वजह से यहां से पलायन कर रहे हैं। हिंसा की घटना के बाद से पूरे इलाके में तनावपूर्ण स्थिति है। लोगों के मन में यह डर है कि कहीं हिंसा अभी और न बढ़ जाए, इसीलिए यहां से निकल जाना ही बेहतर है। हिंसा की घटना को अपनी आंखों से देखने वाले लोगों का कहना है कि अब उन्हें यहां बहुत डर लगने लगा है और इसीलिए वो यहां से निकलना चाह रहे हैं। राष्ट्रपति शासन की मांग पर TMC की प्रतिक्रिया बीरभूम हिंसा की इस घटना को लेकर बंगाल की सियासत में जबरदस्त भूचाल आ गया है। सत्ताधारी टीएमसी, बीजेपी और कांग्रेस के बीच जबरदस्त आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।
कांग्रेस और बीजेपी की ओर से की जा रही बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग पर टीएमसी की प्रतिक्रिया आई है। टीएमसी ने कहा है कि यह राज्य सरकार को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है और भाजपा राज्य में अराजकता फैलाने की कोशिश कर रही है। हिंसा को लेकर राज्य सरकार ने गठित की एसआईटी आपको बता दें कि बीरभूम की घटना को लेकर राज्य सरकार ने भी जांच के आदेश दिए हैं तो वहीं गृह मंत्रालय ने भी राज्य सरकार से एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
आपको बता दें कि बीरभूम की घटना को लेकर बीजेपी के 9 सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल अमिता शाह से मिला, जिसके बाद गृह मंत्रालय ने रिपोर्ट तलब की। क्या हुआ है बीरभूम में? आपको बता दें कि बीरभूम जिले में कथित तौर पर एक टीएमसी कार्यकर्ता की हत्या के बाद हिंसा भड़क उठी। जिले के कई गांवों में आगजनी की घटनाएं हुई हैं, जिसमें 8 लोगों के मारे जाने की खबर है। इस हिंसा की घटना ने राज्य में राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया।