कोरोना से सुरक्षित हो रही दस्तक-2 अभियान से दिल्ली, बच्चों सहित बड़ों को भी लग रहा टीका
नई दिल्ली
राजधानी दिल्ली में 12 से 14 साल की उम्र के 46 प्रतिशत बच्चों को अभी कोरोना के टीके की दूसरी डोज नहीं लग पाई है। 15 से 17 साल की उम्र के 19 प्रतिशत किशोरों का भी अभी टीकाकरण पूरा नहीं हुआ है। इसे लेकर हर घर दस्तक-2 अभियान के तहत दिल्ली में बच्चों को दूसरी और वयस्कों को सतर्कता डोज देने पर जोर है। टीकाकरण अभियान से जुड़े स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, एक जून से हर घर दस्तक-2 अभियान शुरू किया गया है। इसके तहत सभी जिलों के स्वास्थ्य कर्मचारी व आशा वर्कर मोहल्लों में जाकर टीकाकरण करेंगे। मोहल्लों में टीकाकरण के लिए आशा वर्कर को यह दायित्व दिया गया है कि वह घर-घर जाकर अब तक टीका न लेने वाले लोगों को बाहर निकालकर टीकाकरण करें। अभी तक इस अभियान के तहत कोई खास टीकाकरण नहीं हो पाया है, लेकिन अगले कुछ दिनों में यह अभियान जोर पकड़ेगा।
टीकाकरण अभियान से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि 97 प्रतिशत वयस्कों को दो डोज दिया जा चुका है। प्रतिदिन 17 से 20 हजार लोग सतर्कता डोज ले रहे हैं। फिर भी अभी तक 12 लाख से कम ही लोगों को सतर्कता डोज लग पाई है। इसलिए, वयस्कों को अभी सतर्कता डोज देने पर अधिक जोर है। 12 से 14 साल की उम्र के सवा छह लाख बच्चों को टीका लगाने का लक्ष्य है। इनमें से 93 प्रतिशत बच्चों ने टीके की पहली डोज ले ली है, लेकिन दूसरी डोज के लिए कम बच्चे टीकाकरण केंद्रों पर पहुंच रहे हैं। इसलिए, मोहल्ले में जाकर टीकाकरण का अभियान शुरू किया गया है। गौरतलब है कि है कि पिछले साल भी हर घर दस्तक अभियान शुरू किया गया था।
अब तक टीकाकरण के कुल आंकड़े कुल टीकाकरण- 3,43,69,652
पहली डोज- 1,80,67,257
दूसरी डोज- 1,51,23,306
सतर्कता डोज- 11,79,089