ओमिक्रॉन से संक्रमित 183 मरीजों पर ICMR की स्टडी, आधे से ज्यादा वैक्सीनेट लोग आए संक्रमण की चपेट में
नई दिल्ली
भारत में ओमिक्रॉन से संक्रमित मरीजों की संख्या 350 के पार जा चुकी है। शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में ओमिक्रॉन के कुल मरीज 358 है। इनमें से लगभग आधे से अधिक मरीजों पर ICMR ने एक स्टडी की है, जिसमें सामने आया है कि इसमें अधिकतर वो मरीज हैं जो या तो आधे या फिर फुली वैक्सीनेट हैं।
73 फीसदी मरीज मिले एसिंप्टोमेटिक इसके अलावा स्टडी में पता चला है कि 1 चौथाई से अधिक मरीजों की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं थी। वो बस ओमिक्रॉन संक्रमित मरीजों के कॉन्टैक्ट में आए थे। साथ ही मूल्यांकन किए गए लोगों में से किसी में भी गंभीर बीमारी के लक्षण नहीं थे, उनमें से करीब 73% को एसिंप्टोमेटिक के रूप में पॉइंट आउट किया गया है। इसमें 60 फीसदी पुरुष मरीज हैं। 27 मरीजों की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं मिली 30 प्रतिशत मामलों में कोरोना के लक्षण मिले थे, जबकि विदेश से आए लोगों में नए वेरिएंट के 73 प्रतिशत मामले सामने आए। वहीं 27 प्रतिशत मरीजों की विदेश यात्रा का कोई हिस्ट्री नहीं थी। ओमिक्रॉन के कुल मरीजों में से लगभग एक तिहाई को छुट्टी दे दी गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से शुक्रवार को ये जानकारी पेश की गई थी।
उन्होंने कहा कि ओमिक्रोन से संक्रमित होने का मतलब जरूरी नहीं है कि गंभीर बीमारी हो और उन लक्षणों का इलाज पहले जैसा ही जारी रहे। शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा था कि भारत सरकार लगातार ओमिक्रॉन वेरिएंट की गति पर नजर रख रही है। इस मंगलवार को उन्होंने सभी राज्यों के शीर्ष अधिकारियों को एक पत्र लिखा था, जिसमें कहा गया था कि राज्य सरकारें नाइट कर्फ्यू का विचार कर सकती हैं और यदि किसी जिले में 10% सकारात्मकता दर या ऑक्सीजन-समर्थित या गहन देखभाल इकाइयों (आईसीयू) में वृद्धि हुई है, तो उसे कंटेनमेंट जोन घोषित किया जाए। आपको बता दें कि ओमिक्रॉन का संक्रमण देश के 17 राज्यों में फैल चुका है। सबसे अधिक केस में 88 हैं। वहीं दिल्ली (67), तेलंगाना (38) और तमिलनाडु (34) हैं।