लापरवाहीः दो साल में इंस्टॉल नहीं हो सका वेंटिलेटर
बेतिया
कोविड के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए एक और जहां सरकार के द्वारा अस्पतालों को दुरुस्त किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर पश्चिमी चंपारण के बगहा अनुमंडल अस्पताल में अभी भी बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है। अनुमंडलीय अस्पताल में बीपी मशीन ,ईसीजी मशीन सहित दवाओं की भारी कमी है। ऐसे में मरीजों का समुचित इलाज अनुमंडलीय अस्पताल में बेमानी साबित हो रही है। अनुमंडल अस्पताल का आलम यह है कि यहां चिकित्सक व कर्मी तो है पर जांच में प्रयुक्त उपकरणों का घोर अभाव है। अस्पताल प्रबंधन के पास बीपी मशीन व ईसीजी मशीन उपलब्ध नहीं है। साथ ही साथ दो वर्ष बीत चुके हैं लेकिन अभी भी अस्पताल प्रबंधन की ओर से अनुमंडलीय अस्पताल में एक वेंटिलेटर मशीन को इंस्टॉल नहीं कराया जा सका। शनिवार की देर शाम कोविड तैयारियों की समीक्षा को लेकर पहुंचे सीडीएस सह जिला कोविड पदाधिकारी बीपी मशीन व ईसीजी मशीन की जानकारी प्रबंधन से मांगी तो अस्पताल प्रबंधन की ओर से बताया गया कि मशीन उपलब्ध नहीं है।
अनुमंडल अस्पताल में दवाओं की कमी
सीडीएस ने बीपी मशीन नहीं होने पर अस्पताल प्रबंधन को कड़ी फटकार लगाई। साथ ही सभी मशीन अस्पताल में शीघ्र उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। इसके अलावा अस्पताल में आवश्यक दवाओं का घोर अभाव है। शुक्रवार को एसडीएम दीपक कुमार मिश्रा ने अनुमंडलीय अस्पताल का निरीक्षण किया।जिसमें पाया गया कि अनुमंडलीय अस्पताल में आवश्यक दवाओं की कमी है। लेकिन इस दिशा में अस्पताल प्रबंधन की ओर से कोई पहल नहीं की गई है। जिस पर नाराजगी व्यक्त की। दवाओं की उपलब्धता को लेकर एसडीएम में सीएस को पत्र भेजा है।
दो वर्षों से अनुमंडल अस्पताल में पड़ी है वेंटिलेटर मशीन
इसके अलावा अनुमंडल अस्पताल में एक वेंटिलेटर मशीन विगत दो वर्षों से पड़ी हुआ है लेकिन अब तक अस्पताल प्रबंधन नहीं इसको इंस्टॉल करा पाया और ना ही टेक्नीशियन उपलब्ध करा पाया। हलांकि मशीन इंस्टॉल को लेकर स्थानीय सांसद व अधिकारियों के द्वारा भी पत्राचार किया गया । लेकिन अभी तक इस दिशा में कार्रवाई नही ह्रुइ। एसे में एसडीएम दीपक कुमार मिश्रा ने पुन: सिविल सर्जन सहित जिला पदाधिकारी को पत्र भेजकर अनुमंडल अस्पताल में वेंडिलेटर मशीन के इंस्टॉलेशन के साथ-साथ के वेंडिलेटर संचालन को लेकर टेक्नीशियन की पदस्थापना की मांग की। ताकि विषम परिस्थितियों में अस्पताल में मरीजों को बेहतर सुविधा उपलब्ध हो सके।