भारत में कोविशील्ड की दो डोज अंतर घटाकर 8 सप्ताह करने की सिफारिश
नई दिल्ली
चीन में ओमीक्रोन की दूसरी लहर बेकाबू होती जा रही है। रविवार को उत्तर पूर्वी इलाकों में भी पाबंदियां लगा दी गईं और लाखों आबादी को घर में रहने का फरमान सुना दिया गया। ओमीक्रोन ने चीन की सारी तैयारियों पर पानी फेरते हुए अब तक की सबसे ज्यादा बड़ा संकट खड़ा कर दिया। वहीं, ब्रिटेन, अमेरिका, इजरायल जैसे देशों में कोरोना वैक्सीन की तीन-तीन डोज दी जा चुकी है और अब वहां चौथे डोज की अनुमति दे दी गई है या फिर इसकी तैयारी चल रही है। इस सबको देखते हुए भारत में भी कोविशील्ड की दो डोज के बीच का अंतर घटाकर 8 सप्ताह करने की सिफारिश की गई है। साथ ही सरकार बूस्टर या प्रिकॉशन डोज का दायरा बढ़ाकर इसमें तेजी लाने पर विचार कर रही है।
घटेगा कोविशील्ड की दो डोज का गैप
टीकाकरण पर देश की शीर्ष तकनीकी परमार्श समूह (NTAGI) ने कोविड-19 रोधी टीके कोविशील्ड की पहली और दूसरी खुराक के बीच का अंतर (Covishield Doses Gap) घटाकर आठ से 16 सप्ताह करने की सिफारिश की है। अभी कोविशील्ड की दूसरी खुराक राष्ट्रीय कोविड-19 टीकाकरण रणनीति के तहत पहली खुराक के 12-16 सप्ताह के बीच दी जाती है। एनटीएजीआई ने अभी तक भारत बायोटेक की कोवैक्सीन (Covaxin Dose) की खुराक देने की अवधि में कोई बदलाव का सुझाव नहीं दिया है, जिसकी दूसरी खुराक पहली खुराक के 28 दिन बाद दी जाती है। वहीं, केंद्र सरकार बूस्टर डोज का दायरा बढ़ाने पर भी विचार कर रही है। सरकारी सूत्रों ने बताया कि पड़ोसी देश चीन समेत दुनिया के कई देशों में ओमीक्रोन की ताजा लहर के बढ़ते संकट के मद्देनजर वैक्सीन की तीसरी डोज की जरूरत का आकलन किया जा रहा है। सरकार तीसरी यानी बूस्टर डोज के लिए न्यूनतम उम्र भी घटाने की संभावना भी तलाश रही है।
अब 12 की जगह 8 सप्ताह बाद ही दूसरी डोज?
एक अधिकारी ने हमारे सहयोगी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया (ToI) से कहा, 'कई देशों में ओमीक्रोन की ताजा लहर को ध्यान में रखकर यह सुनिश्चित किया जाएगा कि जिन लोगों ने टीके की दूसरी डोज नहीं ली है, वो जल्दी ले लें। इसके लिए हमने कोविशील्ड की दोनों डोज के बीच 12 से 16 सप्ताह की जगह आठ से 16 सप्ताह का अंतर रखने की सिफारिश की है।' भारत बायोटेक की कोवैक्सीन (Covaxin) की दो डोज के बीच का अंतर 28 दिन है और इसमें कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।
दूसरी डोज नहीं ले रहे ये लोग
अभी भारत की 18 वर्ष से ज्यादा उम्र की 83% व्यस्क आबादी वैक्सीन की दो डोज ले चुकी है जबकि कम-से-कम 92% को एक डोज वैक्सीन मिल गई है। 15 से 17 वर्ष की उम्र के 47% किशोरों को कोवैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है जबकि 76% को कम-से-कम एक डोज लगी है। हाल ही में 12 से 14 वर्ष की उम्र के बच्चों का टीकाकरण अभियान भी शुरू हो चुका है। इस आयु वर्ग को करीब 18 लाख वैक्सीन डोज दी जा चुकी है। सरकार को इस बात की चिंता है कि बहुत से लोग ऐसे हैं जिन्होंने पहली डोज लेने के बाद ओमीक्रोन से संक्रमित हो गए और वो अब दूसरी डोज नहीं ले रहे हैं।
करीब 7 करोड़ लोगों को लग जाएगी दूसरी डोज
देश में अभी स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम मोर्चों पर तैनात कर्मियों और 60 वर्ष से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को ही बूस्टर या प्रिकॉशन डोज दी जा रही है। 10 जनवरी से अब तक दो करोड़ से ज्यादा प्रिकॉशन डोज दी गई है। माना जा रहा है कि कोविशील्ड की दो डोज में अंतर की नई सिफारिश अगले हफ्ते से लागू हो पाएगी क्योंकि इसके लिए कोविन ऐप में बदलाव करने होंगे। सूत्र ने कहा, 'इसके अनुसार, जब कोविशील्ड की दूसरी खुराक आठ सप्ताह बाद दी जाती है तो पैदा हुई एंटीबॉडी प्रतिक्रिया लगभग 12 से 16 सप्ताह के अंतराल पर खुराक दिए जाने के समान होती है।' सूत्र ने कहा कि कई देशों में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच इस निर्णय से शेष छह से सात करोड़ लोगों को कोविशील्ड की दूसरी खुराक मिल जाएगी।
सरकार ने 13 मई 2021 को एनटीएजीआई की सिफारिशों के आधार पर कोविशील्ड टीके की पहली और दूसरी खुराक के बीच के अंतर को 6-8 सप्ताह से बढ़ाकर 12-16 सप्ताह कर दिया था। एनटीएजीआई देश में टीके से रोकथाम योग्य बीमारियों के प्रभावी नियंत्रण के संबंध में टीकाकरण सेवाओं पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को मार्गदर्शन और सलाह प्रदान करता है।