देश के 15 राज्यों में बजी स्कूल की घंटी, बाकी प्रदेशों के बच्चों को अभी भी करना पड़ रहा इंतजार
नई दिल्ली।
तीसरी लहर मंद पड़ने के संकेत मिलने के बाद सोमवार को उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, गुजरात, केरल, बिहार और दिल्ली में स्कूल खोल दिए गए। इससे पहले एक फरवरी को कई राज्यों ने स्कूल खोलने का फैसला लिया था। इस तरह अभी देश के 15 राज्य व केंद्रशासित प्रदेशों में दोबारा बच्चे पढ़ने के लिए स्कूल जा सकेंगे। हालांकि छोटी कक्षाओं के लिए स्कूल खोलने को लेकर राज्यों ने अभी इंतजार का विकल्प चुना है। वहीं विशेषज्ञ मान रहे हैं कि बड़ी तादाद में किशोर आबादी को टीका लग जाने के चलते इस बार स्कूलों में विद्यार्थियों की तादाद बढ़ेगी।
इन राज्यों में पूरी तरह खुले स्कूल
पश्चिम बंगाल: यहां प्राथमिक और पूर्व-प्राथमिक स्कूल सोमवार से स्कूल खोल दिए गए। जबकि राज्य ने 3 फरवरी से कक्षा 8 से 12 के लिए ऑफलाइन कक्षाएं खोल दी थीं।
महाराष्ट्र: देश में सबसे पहले 24 जनवरी को यहां दोबारा स्कूल खोल दिए गए थे। मुंबई अभिभावक संघ ने बीएमसी से अपील तक की कि सभी निजी स्कूल ऑफलाइन कक्षाएं चलाएं।
असम: सरकार ने 15 फरवरी से सभी कोरोना प्रतिबंधों को वापस लेने का फैसला किया है। माना जा रहा है कि इसी तारीख से राज्य में दोबारा स्कूल खुल सकते हैं।
तेलंगाना: राज्य में एक फरवरी से सभी स्तर की कक्षाओं के लिए ऑफलाइन स्कूल खोल दिए गए।
कर्नाटक: एक फरवरी से राज्य में 1 से लेकर 9वीं कक्षा के लिए ऑफलाइन स्कूल खोल दिए गए।
पुडुचेरी: इस केंद्रशासित प्रदेश में सभी कक्षाओं के लिए ऑफलाइन स्कूल चार फरवरी से खुले।
इन राज्यों में आंशिक रूप से स्कूल खुले
गुजरात: राज्य सरकार ने सोमवार से कक्षा 1 से 9 तक के लिए ऑफलाइन पढ़ाई शुरू करा दी मगर ऑनलाइन कक्षाएं भी जारी रहेंगी। विद्यार्थी इनमें से कोई भी विकल्प चुन सकते हैं।
बिहार: सरकार ने यहां भी आंशिक प्रतिबंधों के साथ आठवीं कक्षा तक के स्कूल खोल दिए हैं। स्कूल आधी क्षमता से खोले जाएंगे जबकि इससे ऊपर की कक्षाओं के लिए कोई प्रतिबंध नहीं होगा।
उत्तर प्रदेश : यहां 9 से 12वीं कक्षा के लिए ऑफलाइन स्कूल व सभी डिग्री कॉलेजों को सोमवार से खोल दिया गया। हालांकि प्राथमिक स्कूल अभी बंद रहेंगे। राज्य में आठवीं तक की कक्षा के बच्चों के लिए स्कूल 510 दिनों से बंद हैं।
नई दिल्ली।
तमिलनाडु: राज्य में कक्षा एक से 12वीं तक के लिए एक फरवरी से स्कूल खोल दिए गए। हालांकि प्री स्कूल, एलकेजी, यूकेजी की कक्षाएं बंद रहेंगी।
राजस्थान: राज्य में दस फरवरी से कक्षा 6 से 9 के लिए स्कूल खोले जाएंगे जबकि 10 से लेकर 12वीं कक्षा के लिए 7 फरवरी से स्कूल खोल दिए गए हैं। हालांकि अभी आठवीं तक की कक्षाएं ऑनलाइन ही चलेंगी।
केरल: राज्य में सोमवार से बड़ी कक्षाएं और कॉलेज खोल दिए गए। मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि 14 फरवरी से कक्षा एक से नौवीं तक के लिए स्कूल खोले जाएंगे।
झारखंड : राजधानी रांची समेत आठ इलाकों को छोड़कर राज्य में बाकी सभी जिलों के लिए सभी कक्षाओं के स्कूल खोल दिए हैं।
सबसे लंबे वक्त तक स्कूल बंदी में भारत तीसरे नंबर पर
पूरी दुनिया में सबसे लंबी अवधि तक चली स्कूल बंदी के आंकड़े बताते हैं कि भारत में 82 सप्ताह यानी 574 दिनों तक स्कूल बंद रहे। ठीक इतने ही दिन बोलिविया और नेपाल में भी स्कूल बंदी रही। जबकि यूगांडा में 83 सप्ताह तक स्कूल बंद रहे। भारत में करीब 20 सप्ताह तक पूरी तरह स्कूल बंद थे, जबकि बाकी सप्ताह आंशिक बंदी जारी रही। यूनिसेफ के मुताबिक, इन देशों में 17 फरवरी, 2020 यानी महामारी के शुरुआती दौर से लेकर 31 अक्तूबर, 2021 तक स्कूलबंदी चली।
86% छोटे बच्चों ने पढ़ने की मौलिक क्षमता खो दी
देश में कोरोना महामारी के दो साल बाद भी छोटी कक्षाओं के लिए कई राज्यों में अब भी ऑफलाइन कक्षाएं शुरू नहीं हो सकी हैं। इस स्थिति ने छोटे बच्चों की पढ़ने की क्षमता पर सबसे ज्यादा असर किया है। अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के एक अध्ययन से पता लगा कि लगभग 86% स्कूली बच्चों ने गणित में मौलिक क्षमता खो दी है। मौलिक क्षमताओं का अर्थ कक्षा 1 से 6 तक के बच्चों के लिए संख्या को पहचानना, मूल जोड़ आदि शामिल है। रिपोर्ट के मुताबिक, देश के करीब 21 करोड़ बच्चे जब दोबारा ढंग से पढ़ाई शुरू कर सकेंगे, तब तक वे पुराना पढ़ा हुआ बहुत कुछ भूल चुके होंगे।